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विषयानुक्रमणिका प्रकरण
विषय १. प्रवेश २. धर्म मार्ग ३. प्रारंभ में ही पथ भ्रष्ट ४. विश्व व्यापकता की मिथ्या युक्ति ५. क्या सदाचार आदि के लिए मूर्ति पूजा आवश्यक है ? ६. साक्षात् और मूर्ति में अन्तर ७. मिथ्या प्रशंसा ८. शाश्वती प्रतिमाएं और सूर्याभ देव
(१) देवलोक की प्रतिमाएं तीर्थंकर प्रतिमा नहीं है (अ) मूर्तियों का शाश्वत पन (आ) अरुण नेत्र (इ) वस्त्र परिधान (ई) पूजन विधि
शरीर वर्ण में भिन्नता प्रतिमा परिवार
नाम निश्चितता (२) सूर्याभ साक्षी की अनुपादेयता
(३) मूर्ति पूजा और जिनाज्ञा ६. दाढ़ा पूजन १०. भरतेश्वर के मूर्ति निर्माण की असत्यता
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