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थोकडा संग्रह।
3 दिन पहर माप का यन्त्र
(श्री उत्तराध्ययन सूत्र अध्ययन २६)
दिन में प्रथम दो पहर में माप उत्तर तरफ मुंह रखकर लेवे और पीछले दो पहर में माप दक्षिण तरफ मुँह रखकर लेवे दाहिने पैर के घुटने तक की छाया को अपने पगले ( पावने ) और अङ्गुल से मापे इस प्रकार पोरसी तथा पोन पोरसी का माप पैर और पागल बताने वाला यन्त्र१ ली और ४ थी १ पौरसी पोन पोरसी माह विदि७ अ. शुदि ७ पू. विदि ७ अ. शुदि ७ पूर्णिमा अषाढ प. प्रां.प.प्र.प.प्र.प.प्रा.प.प्रां.प.श्री.प.प्र.प..
२-३ २-२ २-१२-०२-६२-८२-७२-६ श्रावण २-१२-२ २-३२-४२-७२-८२-६२-१० भाद्रपद२-५२-६ २-७२-८३-१३-२३-३ ३-४ आश्विन२-६२.१० २.११३-०३-५३-६३-७३-८ कार्तिक ३-१३-२३-३ ३-४ ३-६३.१० ३ ११४.० मा.शीर्ष३-५३-६३-७३-८४-३ ४-४ ४-५४-६ पोष ३.६३.१०३-११४-०४-७४-८४-६४.१० माघ ३.११३.१०३-६३-८४-६४-८४-७४-६ फाल्गुन ३-७३-६३-५३-४४-३४-२४-१४-० चैत्र ३-३३-२३-१३-०३-११३.१० ३-६३-८
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