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बावन बोल ।
(३४५)
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लब्धि ५, वीर्य ३, दृष्टि ३, भव्य अभव्य २, दण्डक २४, पक्ष २।
१४ पाहारिक के २ भेद १ आहारिक में-भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीये ३, भव्य अभव्य २, दण्डक २४, पक्ष २।
अनाहारिक में- भाव ५, प्रात्मा ८, लब्धि ५, वीर्य दो बाल व पण्डित, दृष्टेि २, भव्य अभव्य २, दण्डक २४ पक्ष २।
.१५ भाषक द्वार के २ भेद १ भाषक में-भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य ३, दृष्टि ३, भव्य अमव्य २, दण्डक १६, पक्ष २।
२ अभाषक में भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य ३, दृष्टि ३, भव्य अभव्य २, दंड : २४ एक्ष २।
१६ परित द्वार के ३ भेद ।। १ परित में भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य . ३, दृष्टि ३, भव्य १. दंडक २४, पक्ष २ शुक्ल ।
२ अपरित में भाव ३, आत्मा ६, (ज्ञान चारित्र छोड़कर ), लब्धि ५, वीर्य १, दृष्टि १, भव्य अभय २, दंडक २४, पक्ष १ कृष्ण।
३ नो परित नो अपरित में भाव २, आत्मा ४, लब्धि नहीं, वीर्य नहीं, दृष्टि १ समकित, नो भवी नो अभवी, दंडक नहीं, पक्ष नहीं ।
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