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(३०६)
थोकडा संग्रह।
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इस से श्रोत्रेन्द्रिय का जघन्य उपयोग काल विशेष इस से घाणेन्द्रिय का जघन्य उपयोग काल विशेष इससे रसेन्द्रिय का जघन्य उपयोग काल विशेष इस से स्पर्शेन्द्रिय का जघन्य उपयोग काल विशेष इस से चक्षुइन्द्रिय का उत्कृष्ट उपयोग काल विशेष इस से श्रोत्रेन्द्रिय का उत्कृष्ट उपयोग काल विशेष इस से घ्राणेन्द्रिय का उत्कृष्ट उपयोग काल. विशेष इस से रसन्द्रिय का उत्कृष्ट उपयोग काल विशष इस से स्पर्शेन्द्रिय का उत्कृष्ट उपयोग काल विशेष । ११ वां आहार द्वार सूत्र श्री प्रज्ञापना में से जानना ।
* इति पांच इन्द्रिय सम्पूर्ण ॐ
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