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तैतास बोल ।
( २२३)
का महाव्रत:-१ सर्व प्राणातिपात वेग्मण २ सर्व मृषावाद वग्मण ३ सर्व अदत्तादान वरमण ४ सर्व मैथुन चश्मण ५ सर्व परिग्रह वेरमण । पांच प्रकार का समिति १ इरिया समिति २ भाषा समिति ३ एषणा समिति ४ श्रादान भंड मात्र निर्दपन समिति ५ चार प्रश्रवण ( पासवण ) खल, जल, श्लेष्म श्रादि परिठावणिया समिति । पांच प्रकार का प्रमादः-१ मद २ विषय ३ कषाय ४ नि ५ विकथा ।
छः प्रकार का जीवनिकायः-१ पृथ्वी काय २ अपकाय ३ तेजस काय ४ वायुकाय ५ वनस्पति काय ६ त्रस काय । छः प्रकार की लेश्या १ कृष्ण लेश्या २ नील लेश्या ३ कापोत लेश्या ४ तेजोलेश्या ५ पद्म लेश्या ६ शुक्ल लेश्या ।
सात प्रकार का भयः-१ श्रालोक भयं ( मनुष्य से मनुष्य को भय होवे ) २ देश, तिथं च से जो भय हावे वो पलो भय ३ धन से उत्तन्न होने वाला आदान भय ४ छ यादि देख कर जो भय उत्पन्न होवे वो अकस्मात भय, ५ आजीविका भय ६ मृत्यु ( मरने का ) भय ७ अपयश-अपकीर्ति भय ।
आठ प्रकार का मद:-१ जाति मद २ कुल मद ३ बल मद ४ रूम मद ५ तप मद ६ श्रुत मद ७ लाम मद ८ ऐश्वर्य मद ।
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