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प्रथम खण्ड
आत्मा की कर्मबद्ध अवस्था ही 'संसार' शब्द का मूलभूत अर्थ है । इस पर से संसारी जीव का यह लक्षण बराबर समझ में आ सकता है ।
संसारी जीवों के अनेक प्रकार से भेद किए जा सकते हैं । परन्तु मुख्य दो भेद हैं- स्थावर एवं त्रस । दुःख दूर करने की तथा सुख प्राप्त करने की प्रतिवृत्तिचेष्टा - गतिचेष्टा जहाँ पर नहीं है वे स्थावर और जहाँ पर है वे त्रस | पृथ्वीकाय, जलकाय, तेजकाय, वायुकाय और वनस्पतिकाय इन पाँच का स्थावर में समावेश होता है । ये पृथ्वीकाय आदि पाँच एक स्पर्शन (त्वचा) इन्द्रियवाले होने के कारण एकेन्द्रिय कहलाते हैं । इनके भी दो भेद हैं— सूक्ष्म और बादर । सूक्ष्म पृथ्वीकाय, सूक्ष्म जलकाय, सूक्ष्म तेजकाय, सूक्ष्म वायुकाय और सूक्ष्म वनस्पतिकाय जीव सम्पूर्ण लोक में व्याप्त हैं । ये अत्यन्त सूक्ष्म होने के कारण अपनी चक्षु से हम इन्हें देख नहीं सकतें । बादर (स्थूल) पृथ्वीकाय, बादर जलकाय, बादर तेजकाय, बादर वायुकाय तथा बादर वनस्पतिकाय प्रत्यक्ष देखने में आते हैं । घर्षण, छेदन आदि प्रहार जिस पर न हुआ हो वैसी मिट्टी, पत्थर आदि पृथ्वी जिन जीवों के, शरीरों के पिण्ड हैं उन जीवों को बादर पृथ्वीकाय समझना । जिस जल को अग्नि आदि से आघात न पहुँचा हो अथवा अन्य किसी वस्तु के मिश्रण का जिस पर प्रभाव न पड़ा हो वैसा जल-कुआं, नदी, तालाब आदिकालीन जीवों के शरीरों के पिण्ड हैं वे बादर जलकाय जीव हैं । इसी प्रकार दीपक, अग्नि, बिजली आदि जिन जीवों के शरीरों के पिण्ड हैं वे बादर तेजस्काय जीव हैं । अनुभूयमान वायु जिन जीवों के शरीरों के पिण्ड हैं वे बादर वायुकाय हैं । और वृक्ष, शाखा, प्रशाखा, पत्र, पुष्प, कन्द आदि बादर वनस्पतिकायर हैं ।
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१. 'स्थूल' अर्थवाची 'बादर' शब्द जैनशास्त्र का एक सांकेतिक शब्द है । २. सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक श्री जगदीशचन्द्र बसु ने वैज्ञानिक प्रयोग के द्वारा वनस्पति में जीव के अस्तित्व को विश्व के सम्मुख सिद्ध कर दिखाया है ।
यहाँ पर प्रसंगतः इतना लिखना उपयोगी प्रतीत होता है कि सम्पूर्ण अवकाशआकाश सूक्ष्म जीवों से व्याप्त है ऐसा आधुनिक वैज्ञानिकों का मत है । यह बात जैनदर्शन के मन्तव्य से मिलती है। वैज्ञानिकों ने यह भी शोध की है कि सब से छोटा प्राणी थेक्सस नाम का है । ये जन्तु एक सूई के अग्रभाग पर एक लाख जितने हों तब भी आराम से बैठ सकते हैं । ऐसे निरूपण सूक्ष्म जीवों का वर्णन करनेवाले जैन शास्त्रों के मन्तव्यों के अनुरूप समझे जा सकते हैं ।
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