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रंगों के सम्बन्ध में जानकारी
• प्रत्येक सूत्र का नाम- सफेद रंग (White colouri) • प्रायः प्रत्येक सूत्र में चार सम्पदा की एक गाथा होती है। प्रत्येक सम्पदा का रंग बदल दिया गया है।
अर्थात् जब भी रंग बदले, तब किंचित् रुकना चाहिए। प्रथम सम्पदा कत्थई रंग (Brown Colour) लोगस्स उज्जोअगरे, द्वितीय सम्पदा बैगनी रंग (Violet Colour) धम्मतित्थयरेजिणे। तृतीय सम्पदा हरा रंग (Green colour)
अरिहन्ते कित्तइस्सं, चतुर्थ सम्पदा नीला रंग (Blue Colour) चउवीसंपि केवली ॥१॥ विशेष में श्री नवकार मन्त्र तथा छन्दों के विवरण में दर्शाए गए गद्यात्मक सूत्रों में गाथाओं के अनुसार सम्पदा या संख्या नहीं बतलाई गई है। परन्तु अनेक आगमसूत्र आदि के आधार पर गाथा के शब्दों की संख्या के अनुसार
सम्पदा निश्चित कर उपर्युक्त रंगों के अनुसार ही बताई गई है। • प्रत्येक सूत्र का गाथार्थ काले रंग (Black Colour) में दिया गया है। • प्रत्येक सूत्र के विषय काले रंग (Black Colour) में दिये गये हैं।
प्रत्येक सूत्र के आदान नाम, गौण नाम, पद, सम्पदा, गाथा, लघु अक्षर, गुरु अक्षर, सर्व अक्षर लाल रंग (Red Colour) में दिए गए हैं।
प्रत्येक मुद्रा का परिचय नीले रंग (Blue Colour) में दिया गया है। • सूत्रों के शुद्ध उच्चारण के लिए प्रयुक्त किए गए रंगों (Colour) का वर्णन :
सूत्रों में जहाँ भी सन्ध्यक्षर आते हैं, वहाँ विशेष जोर देकर बोलने के लिए तथा शुद्धता बनी रहे, इसके लिए वहाँ गुलाबी रंग (Meganta Colour) दिया गया है।
उदाहरण के लिए - लो-गस्-स उज्-जोअ-गरे, • सूत्रों के अनुक्रम से दी गई अर्थ सम्पदा को भी रंगों के अनुसार दिया गया है।
शुद्ध - अशुद्ध उच्चारण विभाग में गुलाबी रंग (Meganta Colour) में शुद्ध उच्चारणवाले अक्षर रखे गए हैं। उदाहरण के लिए अशुद्ध
कितइसं कित्तइस्सं
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