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आदि प्रधान संपादक : स्व. आचार्य जिनविजय मुनि प्रधान संपादक : महामहोपाध्याय प्रा. जयन्तकृष्ण हरिकृष्ण दवे,
एम. ए., एल्एल. बी : विद्यावाचस्पति मानाहं नियामक, भारतीय विद्या भवन
१९८१ ]
सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ
सिंघी जैन ग्रन्थमाला-ग्रन्थांक ७४
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भदन्त गुणप्रभ विरचित मूलसर्वास्तिवादीय
विनय सूत्र
सविमर्श संपादनकर्ता :
त्रिपिटकाचार्य, महापण्डित श्री राहुल सांकृत्यायन
प्रास्ताविकम् महामहोपाध्याय प्रा. जयन्तकृष्ण हरिकृष्ण दवे
श्रीय विद्या भय
S
भारतीय विद्या भवन, बम्बई-४००००७
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[ मूल्य रु. ५९
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