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भर्तृहरिसुभाषितसंग्रहे अनुत्सेको लक्ष्म्या निरभिभवसाराः परकथाः
सतां केनोद्दिष्टं विषममसिधाराव्रतमिदम् ॥ २७५ ॥ प्रायः कन्दुकपातेनोत्पतत्यार्यः पतन्नपि । तथा त्वनर्यः पतति मृत्पिण्डपतनं यथा ॥ २७६ ॥ प्रारभ्यते न खलु विघ्नभयेन नीचैः
प्रारभ्य विघ्नविहता विरमन्ति मध्याः । विनैः पुनः पुनरपि प्रतिहन्यमानाः
प्रारभ्य उत्तमगुणा न परित्यजन्ति ॥ २७७ ॥
W1.2.4 लक्ष्म्यां (W "क्ष्म्या)निरवधिभव'; W लक्ष्यां विरतिभव; Y2.1.5 Gi. + M1-3 लक्ष्म्यामनभिभवगंधाः (G1.4 M1.3 "वसाराः). Ei.b G: -सारा; J1 -सारः (for -साराः). I GB पर(I ऽपर)कथा. --4) J1 केनोदिष्ट. D रावृत्तमिदं; E J3 रावतमिदं. Y2.4.5 श्रुतेत्यंतासक्तिः पुरुषमभिजातं कथयति (Y, 'सि).
BIS. 4253 (1869) Bhartr. ed. Bohl. 2.51. Hael.79. lith. cd. I. 63, II. 64; Galan 67. Kuvalayananda 140%; SRB. p.2.249; SBI. 281; SRI. 168. 39. SRK. p. 15. 40 and p. 21. 102 (ST.); PT. 1. 55%3B SSD. 2. f. 93a.
276 N} Cf. 270. Om. in W, Punjab 2885, BORI 326. - 4) F1 Y3. Ca दैवात; T1.2 Gi M यथा (for प्रायः). X1 G2 M2 कंतुक-. B2-घातेन (for पातेन). Ji स्यात्कंतुकतः पाताद्; J2 रयात्तु कंदुकः पाताद्; J3 रयात्कंतुकवत्तर्ण; Y2. 4. 5.8 T3 43.6 दैवात्कंदु(Ya G3.5 °तु)कवन्नन; Yo G! दैवात्कदुकवत्तूर्णम्. - ") D Fot. it. st FI X YTM2 पतति; J_Y2.4-6.8 T3 G4. 5 उदेति; Y1 G2. न स्थायी (for [उत्पतति). - ) A1. a B2 तथा नु; F2 यथा तु; X तत्वार्थ:- J2 X नार्यः (for [अ]नार्यः). - ") A0. 1.3 मृत्पिडे; Xi. मृत्पिडं. Est -गुडिका; Hit -गुटिका (for पतनं).
BIS. 4333 (1906 ) Bhartr. ed. Bohl. extra 14. Haeb. 2. 27. Pasc. ed. Koseg II. 170. ef. BIS. 5090. Subhash. 195 (varr.) SA. 24. 117 (var.); SKG. f. 17b.
277 {N} Found only in S [Also Punjab 2885, N27 ; NS3 V112 (extra).] - 4) M3 आरभ्यते. x नीचा. ---- १) T3 M3 आरभ्य. We X1 YIA -विहिता; W: (by corr.) -चरिता; X2 -पिहिता: Y2 Gs -निहिता: Y: -निरता: Y1-6.8 Ti Ge... M3 -निहता (for -विहता). Y: [अ]पि रमंति. - ) X YHAB, 2. 3. T G1. + 1-3 मुहर्मुहर (for पुनः पुनर). Y३ प्रविहन्यमानाः; .5 प्रतिहन्यमानं. -4) X Y T CM प्रार (Y1B°लब्ध म् (for प्रारभ्य). W Y1 (printed ed.) जना (for 'गुणा). M3 परित्यजंते.
BIS. 4342 (1913) Bhartr. ed. Bohl. 2. 73. lith. ed. I. 26, lith, ed. II and Galan 27. Dasarāpāvaloka on 2. 1 (यथा वा भर्तहरिशतके). Mudririksasa 48 (II. 17). Pafic. III. 255. ed. Bomb. 177. Vet. in LA (III)1; SBH. 544; SRH. 168. 32 (Mudrārāksasa); SS. 54. 6%; PT. 7.6%3 SSD. 2. f. 99a%; SSV.383%3 JSV.175.9.
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