________________ उपप्रवर्तक श्री अमरमुनि सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र के सम्पादक श्री अमरमुनि जी एक प्रभावशाली प्रवचनकार; कुशल कवि, मधुर गायक तथा समाज की सर्वतोमुखी प्रगति के लिए बहुमुखी प्रयत्न करने वाले विद्वान सन्त हैं। आपश्री ने भगवती सूत्र (चार भाग), प्रश्नव्याकरण सूत्र, सूत्रकृतांग सूत्र (दो भाग) का सुन्दर सम्पादन एवं विवेचन किया है। जैन तत्वकलिका (रचनाकार आचार्य श्री आत्मारामजी म.) जैन योगः सिद्धान्त और साधना, आदि विशाल ग्रन्थों का सम्पादन एवं नव-सर्जना भी आपने की है। अमरदीप (दो भाग) आपकी मौलिक प्रवचन पुस्तकें हैं। पूज्य प्रवर्तक गुरुदेव भण्डारी श्रीपमचन्द्र जी महाराज के आप प्रमुख शिष्य हैं। पंजाब, हरियाणा, देहली आदि क्षेत्रों में आपश्री की विशेष लोकप्रियता है। आपकी गहन विद्वता का दर्शन प्रस्तुत सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र में किया जा सकता है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org