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३] एकोनविंश अध्ययन
सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
Being disappointed I crushed to pieces by mallets, knives, thorms, forks, maces. Such dreadful torments I have experienced infinite numbers of time. (62)
खुरेहि तिक्खधारेहि, छुरियाहिं कप्पणीहि य ।
कप्पिओ फालिओ छिन्नो, उक्कत्तो य अणेगसो ॥६३॥ अत्यन्त तीक्ष्ण धार वाले छुरों से, छुरियों से और कैंचियों-कतरनियों से मैं अनेक बार काटा गया हूँ, कपड़े की तरह फाड़ा गया हूँ, छेदा गया हूँ और मेरी चमड़ी उधेड़ी गयी है ॥६३।।
Innumerable times I have been slit, cut, mangled and skinned by sharp edged daggers, razors, scissors, knivers and shears. (63)
पासेहिं कूडजालेहिं, मिओ वा अवसो अहं ।
वाहिओ बद्धरुद्धो अ, बहुसो चेव विवाइओ ॥६४॥ अवश बने मुझे अनेक बार पाशों-बन्धनों, कूट जालों से मृग के समान पकड़ा गया, बाँधा गया, रोका गया, और विनष्ट किया गया ||६४॥
As a helpless deer, in dense snares and severe traps, I was caught, fastened, detained and destructed innumerable times. (64)
गलेहिं मगरजालेहिं, मच्छो वा अवसो अहं ।
उल्लिओ फालिओ गहिओ, मारिओ य अणन्तसो ॥६५॥ मछली के गले में फँसाकर उसे पकड़ने वाले काँटों-गलों से, मगरों को पकड़ने वाले जालों से विवश हुए मुझे अनन्त बार पकड़ा गया, खींचा गया, फाड़ा गया और मारा गया ॥६५॥
Being helpless, I was caught with hooks (same as to catch a fish) and bow nets (same as to ensnare crocodiles), pulled, tored and pierced infinite number of times. (65)
वीदंसएहि जालेहिं, लेप्पाहि सउणो विव ।
गहिओ लग्गो बद्धो य, मारिओ य अणन्तसो ॥६६॥ पक्षियों को इस जाने वाले-भक्षण करने वाले बाज पक्षियों तथा चिपकाने वाले वज्रलेपों जालों के द्वारा मैं पक्षियों के समान अनंत बार पकड़ा गया, बाँधा गया, चिपकाया गया और मारा गया ॥६६॥
By huge vulture eagles, who eat the birds and fast stickers (adhesives) I was caught by snares as a bird, entrapped, bound and crushed infinite number of times. (66)
कुहाड-फरसुमाईहिं, वड्ढईहिं दुमो विव ।
कुट्टिओ फालिओ छिन्नो, तच्छिओ य अणन्तसो ॥६७॥ जिस प्रकार बढ़ई वृक्ष को छीलते हैं उसी प्रकार मैं भी कुल्हाडी, फरसे आदि से अनन्त बार कूटा गया, चीरा गया, फाड़ा गया, छेदा गया और छीला गया हूँ ॥६७॥
As carpenters scratch a tree so have I also been by axes, hatchets etc., infinite times, scrached, felled, slit, sawn into planks and stripped off the bark. (67)
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