________________
ता, सचित्र उत्तराध्ययन सूत्र
एकादश अध्ययन [११६
As the milk filled in conch-shell shines itself and its base (the conch-shell) so the religion, fame, piety and scriptural knowledge shine, being devoid of filth and defect, in a learned mendicant. (15)
जहा से कम्बोयाणं, आइण्णे कन्थए सिया ।
आसे जवेण पवरे, एवं हवइ बहुस्सुए ॥१६॥ जैसे कम्बोज देश के घोड़ों में कन्थक अश्व, जाति एवं वेग में श्रेष्ठ होता है, उसी प्रकार बहुश्रुत श्रेष्ठ होता है ॥१६॥
As a trained kamboja horse exceeds all other horses in speed, so the learned exceeds all others. (16)
जहाऽऽइण्णसमारूढे, सूरे दढपरक्कमे ।
उभओ नन्दिघोसेणं, एवं हवइ बहुस्सुए ॥१७॥ जिस प्रकार आकीर्ण-जातिमान् अश्व पर सवार दृढ़ पराक्रमी शूर-वीर दोनों ओर के नन्दीघोषोंजय-जयकारों से सुशोभित होता है, उसी प्रकार बहुश्रुत भी सुशोभित होता है ॥१७॥
As a valiant hero with firm valour bestriding a trained horse, flank by heralds singining merrily, both the opposites and his side; just like is the learned mendicant. (17)
जहा करेणुपरिकिण्णे, कुंजरे सट्ठिहायणे ।
बलवन्ते अप्पडिहए, एवं हवइ बहुस्सुए ॥१८॥ जिस प्रकार हथिनियों से परिवृत साठ वर्ष का शक्तिशाली हाथी किसी अन्य हाथी से पराजित नहीं होता; उसी प्रकार बहुश्रुत भी अपराजित रहते हैं ॥१८॥
Just as a strong and irresistible elephant of sixty years, surrounded by its females, never winned by other elephant; so is the deep learned sage. (18)
जहा से तिक्खसिंगे, जायखन्धे विरायई ।
वसहे जूहाहिवई, एवं हवइ बहुस्सुए ॥१९॥ जिस तरह तीखे सींगों और बलिष्ठ स्कन्धों वाला, गौसमूह का अधिपति, वृषभ सुशोभित होता है, उसी प्रकार बहुश्रुत भी शोभायमान होते हैं ॥१९॥
As an ox with pointed horns and strong humps, the leader of its herd-the group of cows, seems graceful; so is the learned sage. (19)
जहा से तिक्खदाढे, उदग्गे दुप्पहंसए ।
सीहे मियाण पवरे, एवं हवइ बहुस्सुए ॥२०॥ जैसे तीक्ष्ण दाढ़ों वाला, पूर्ण युवा और दुर्जेय सिंह वन्य पशुओं में प्रधान होता है, उसी प्रकार बहुश्रुत भी होता है ॥२०॥
As a young lion full of strength and having sharp fangs, unconquerable by any other power, becomes chieftain of all wild-beasts; so is the very learned sage. (20)
Jain Educator international
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org