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उनमें से प्रत्येक निधि आठ-आठ चक्रों-पहियों के ऊपर स्थित होती है, जहाँ-जहाँ ये ले जाई - ॐ जाती हैं, वहाँ-वहाँ ये आठ चक्रों पर प्रतिष्ठित होकर जाती हैं। उनकी ऊँचाई आठ-आठ योजन की, के
चौड़ाई नौ-नौ योजन की तथा लम्बाई बारह-बारह योजन की होती है। उनका आकार मंजूषा-पेटी ॐ जैसा होता है। गंगा जहाँ समुद्र में मिलती है, वहाँ उनका निवास है। उनके कपाट वैडूर्य मणिमय होते हैं। + वे स्वर्ण-घटित होती हैं। विविध प्रकार के रत्नों से परिपूर्ण होती हैं। उन पर चन्द्र, सूर्य तथा चक्र के 5 E आकार के चिह्न होते हैं। उनके द्वारों की रचना अपनी रचना के अनुरूप संगत, समचौरस होती हैं। ॐ निधियों के नामों के सदृश नामयुक्त देवों की स्थिति एक पल्योपम की होती है। उन देवों का आवास है वहीं पर होता है। वे आवास न खरीदे जा सकने योग्य होते हैं-मूल्य देकर उन्हें कोई खरीद नहीं * सकता, उन पर आधिपत्य प्राप्त नहीं कर सकता।
प्रचुर धन-रत्न-संचययुक्त ये नौ निधियाँ भरत क्षेत्र के छहों खण्डों को विजय करने वाले चक्रवर्ती राजाओं के वंशगत होती हैं। _____82. [2] (1) Naisarp Nidhi, (2) Panduk Nidhi, (3) Pingalak Nidhi,
atna Nidhi, (5) Mahapadma Nidhi, (6) Kaal Nidhi, (7) Mahakaal Nidhi, (8) Maanavak Nidhi, and (9) Shankh Nidhi.
Those nidhis were guarded by the celestial beings of their respective names.
(1) Naisarp Nidhi-This nidhi is used in establishing a village, mansion, town, port, seaport, madamb, skandhavar, market and great abodes.
(2) Panduk Nidhi-This nidhi is capable of providing countable things like dinar, naarikel; measurable things like foodgrains, weighable things like sugar and grains like the best kalam type of paddy.
(3) Pingalak Nidhi-This nidhi had the special characteristic of producing ornaments for men, women, horses, elephants and the like.
(4) Sarvaratna Nidhi-This nidhi produces fourteen unique ratnas 卐 (jewels) for the Chakravarti. The one-sensed ratnas are-(i) The wheel
(Chakra Ratna), (ii) The divine stick, (iii) The divine sword (Asi Ratna), (iv) The divine umbrella, (v) Charma Ratna, (vi) Mani Ratna, and (vii) Kakani Ratna-All these seven are one-sensed beings. The
remaining seven are five-sensed living beings. They are— (i) The army 41 chief, (ii) The divine noble man (gathapati), (iii) The divine architect
cum-builder (Vardhaki Ratna), (iv) The divine advisor (Purohit Ratna), (v) The divine horse, (vi) The divine elephant, and (vii) The divine woman (Stri Ratna).
(5) Mahapadma Nidhi-It produce all types of clothes. It has the speciality of dyeing, washing and the like.
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जध卐555555555555555555555555555555555555555555555
| जम्बदीप प्रजनि सत्र
(222)
JambudveeDP Jambudveep Prajnapti Sutra
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