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5 उक्करं चक्करयणस्स अट्ठाहिअं महामहिमं जाव करेंति य कारवेंति य, करेत्ता कारवेत्ता य जेणेव भरहे फ्र
राया, तेणेव उवागच्छंति, उवागच्छित्ता जाव तमाणत्तियं पच्चप्पिणंति ।
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५६. [ ३ ] देवानुप्रियो ! चक्ररत्न के उत्पन्न होने के उपलक्ष्य में तुम सब महान् विजय का संसूचक अष्ट दिवसीय महोत्सव आयोजित करो। (मैं उद्घोषित करता हूँ) 'इन दिनों राज्य में कोई भी क्रयविक्रय आदि सम्बन्धी शुल्क, सम्पत्ति आदि पर प्रतिवर्ष लिया जाने वाला राज्य-कर नहीं लिया जायेगा। 5 किसी से यदि कुछ लेना है, उसमें जोर न दिया जाये, आदान-प्रदान का, नाप-जोख का क्रम बन्द रहे, राज्य के कर्मचारी, अधिकारी किसी के घर में प्रवेश न करें, दण्ड- यथापराध राजग्राह्य द्रव्य - जुर्माना, कुदण्ड - बड़े अपराध के लिए दण्ड रूप में लिया जाने वाला अल्प द्रव्य-थोड़ा जुर्माना ये दोनों ही नहीं लिए जायेंगे। ऋण के सन्दर्भ में कोई विवाद न हो; राजकोष से धन लेकर ऋणी का ऋण चुका दिया जाये ऋणी को ऋण मुक्त कर दिया जाये । नृत्यांगनाओं के तालवाद्य - समन्वित नाटक, नृत्य आदि आयोजित कर समारोह को सुन्दर बनाया जाये, यथाविधि समुद्भावित मृदंग - निनाद से महोत्सव को गुंजा दिया जाये । नगर-सज्जा में लगाई गई या पहनी गई मालाएँ कुम्हलाई हुई न हों, ताजे फूलों से बनी हों। यों प्रत्येक नगरवासी और जनपदवासी प्रमुदित हो आठ दिन तक महोत्सव मनाएँ। मेरे 5 आदेशानुरूप यह सब सम्पादित कर लिए जाने के बाद मुझे शीघ्र सूचित करें ।
राजा भरत द्वारा यों आदेश दिये जाने पर वे अठारह श्रेणि-प्रश्रेणि के प्रजा - जन हर्षित हुए,
विनयपूर्वक राजा का वचन शिरोधार्य किया । राजा भरत के पास से रवाना हुए, रवाना होकर उन्होंने राजा की आज्ञानुसार अष्ट दिवसीय महोत्सव की व्यवस्था की, करवाई। वैसा कर वापस लौटकर राजा भरत को निवेदित किया कि आपकी आज्ञानुसार सब व्यवस्था की जा चुकी है।
तृतीय वक्षस्कार
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56. [3] 'O the blessed ! You arrange eight day festival in the honour of फ्र appearance of Chakra Ratna which is indicative of great success. I declare that during these days no sales tax, property tax and the annual tax shall be charged by the Government for transactions done during this period. In case any tax is already due, that defaulter should not be harassed. The practice of measurement or weighment should not be done. No state employee should enter any one's house. The fine for criminal act, or default, the big fine for grave act and small amount of fine for ordinary default shall not be charged during this period. There should be no dispute regarding debt. The debt of the creditor be paid
from the state treasury. The debtor should be freed from debt. The
theatrical performances of dancers be arranged. The celebrations should be made beautiful, the festivities should be made resounding with the
sound of drums and trumpets, garlands used for decoration of the town and those worn by the people should not be stale. They should be of fresh flowers. Thus every citizen and the resident of the state should be happy 卐
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Third Chapter
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