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5 गिराने वाले मेघ, विषमेघ - विषमय जलवर्षक मेघ, कुष्ठ आदि लम्बी बीमारी, शूल आदि शीघ्र प्राण फ 卐 हरण करने वाली बीमारी जैसे वेदनोत्पादक जलयुक्त, अप्रिय जलयुक्त मेघ, तूफानजनित तीव्र प्रचुर जलधारा छोड़ने वाले मेघ निरन्तर वर्षा करेंगे। भरत क्षेत्र में ग्राम, आकर, नगर, खेट, कर्बट, मडम्ब, द्रोणमुख, पट्टन, आश्रमगत जनपद - मनुष्यवृन्द, गाय आदि चौपाये प्राणी, वैताढ्य पर्वत पर निवास 5 卐 करने वाले गगनचारी विद्याधर, पक्षियों के समूह, गाँवों और वनों में स्थित द्वीन्द्रिय आदि त्रस जीव, बहुत प्रकार के आम्र आदि वृक्ष, वृन्ताकी आदि गुच्छ, नवमालिका आदि गुल्म, अशोकलता आदि 卐 लताएँ, वालुक्य प्रभृति बेलें, पत्ते, अंकुर इत्यादि बादर वनस्पतिकायिक जीव-तृण आदि वनस्पतियाँ, 5 औषधियाँ - इन सबका वे विध्वंस कर देंगे । वैताढ्य आदि शाश्वत पर्वतों के अतिरिक्त अन्य उज्जयन्त, 5 वैभार आदि क्रीड़ापर्वत, गोपाल, चित्रकूट आदि गिरि, डूंगर - पथरीले टीले, ऊँचे स्थल, बालू के टीबे, 5 धूलवर्जित भूमि-पठार, इन सबको तहस-नहस कर डालेंगे। गंगा और सिन्धु महानदी के अतिरिक्त जल 5 के स्रोतों, झरनों, ऊबड़-खाबड़ खड्डों, नीचे-ऊँचे जलीय स्थानों को समान कर देंगे-उ
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-उनका नाम
निशान मिटा देंगे।
[प्र. ] भगवन् ! उस काल में भरत क्षेत्र की भूमि का आकार / स्वरूप कैसा होगा ?
[उ.] गौतम ! भूमि अंगारभूत तपे हुए कड़ाहे सदृश, सर्वत्र एक जैसी तप्त, ज्वालामय होगी ।
उसमें धूलि, रेणु - वालुका, पंक-कीचड़, पतले कीचड़, चलते समय जिसमें पैर डूब जायें, ऐसे प्रचुर 5 कीचड़ की बहुलता होगी। पृथ्वी पर चलने-फिरने वाले प्राणियों का उस पर चलना बड़ा कठिन होगा।
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46. [1] Blessed Guatam ! At the time when 21,000 years of fifth aeon 卐 of Avasarpani time-cycle have passed, the sixth aeon Dukham-Dukhma (miseries and miseries) shall start. There shall be a gradual decline in 5 colour, smell, taste, touch and the like to a great extent.
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[Q.] Reverend Sir ! What shall be the state of Bharat area when that aeon shall be at its climax ?
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[Ans.] Gautam! At that time people shall be moaning due to miseries. The cows shall be extremely in pain and shrieking loudly. That period shall be devoid of a large number of people due to deaths at large
scale just as a trumpet is empty from inside. Such shall be effect of this
time-cycle. Many dreadful storms shall be blowing making everything
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5 extremely dirty. They shall scatter the corn, wood and the like far away. 5 All the sides shall be emitting smoke. They shall be full of dust. They
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5 जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र
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shall be dirty due to the dust. They shall be without any light due to 卐
dreadful darkness. Moon shall be more cold and shall emit cold icy rays
due to the harshness of this period. Sun shall be extremely hot and
unbearable. The clouds shall provide rain devoid of likeable taste,
Jambudveep Prajnapti Sutra
(108)
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