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एकान्तबाल एकान्तसुप्त का उपपात
क्लिशित उपपात भद्र प्रकृति जनों का उपपात परिक्लेशबाधित नारियों का उपपात विविध व्रती मनुष्यों का उपपात
वानप्रस्थों का उपपात प्रव्रजित श्रमणों का उपपात
परिव्राजकों का उपपात
परिव्राजकों के धर्मशास्त्र
परिव्राजकों का शौच धर्म
परिव्राजकों का कल्प- आचार
अम्बड़ परिव्राजक प्रकरण
अम्बड़ परिव्राजक के सात सौ अन्तेवासी
संथारा-संलेखना ग्रहण अम्बड़ परिव्राजक के विषय में गौतम की जिज्ञासा
आजीवकों का उपपात
आत्मोत्कर्षक आदि प्रव्रजित श्रमणों का
उपपात
निह्नवों का उपपात सात निह्नव
अल्पारंभी आदि मनुष्यों का उपपात
आरम्भ त्यागी श्रमणों का मोक्ष
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Jain Education International
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भगवान का समाधान
अम्बड़ का आचार-विचार
अम्बड़ के आगामी भवों की पृच्छा
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प्रत्यनीकों का उपपात संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यक् योनि जीवों का उपपात २८४
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The upapat of ekant baal and ekant supt
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Klishit upapat
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Upapat of noble beings
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Upapat of tormented women Upapat of vow observing people 227 Upapat of forest dwelling hermits 232 Upapat of initiated shramans
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Upapat of Parivrajaks
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The religious texts of Parivrajaks 241
The Parivrajak religion of cleansing
The conduct of Parivrajaks
Story of Ambad Parivrajak
Seven hundred disciples of Ambad Parivrajak Taking the ultimate vow Gautam's query about Ambad Parivrajak
Bhagavan's Reply Conduct of Ambad
Future reincarnations of Ambad
The upapat of Pratyaneeks
The upapat of sentient five sensed animals
The upapat of Ajivaks
The upapat of Atmokarshak and other initiated Shramans
The upapat of Nihnavas Seven Nihnavas
(mendacious seceders) The upapat of alparambhi and other human beings
The Upapat of arambh-tyagi Shramans
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