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0 कर्म-व्युत्सर्ग क्या है ?
कर्म-व्युत्सर्ग (कर्म-पुद्गलों के बँधने के कारणों का वर्जन) आठ प्रकार का है9 (१) ज्ञानावरणीय कर्म-व्युत्सर्ग-आत्मा के ज्ञान गुण के आवरक कर्म-पुद्गलों के बँधने के
कारणों का त्याग, (२) दर्शनावरणीय कर्म-व्युत्सर्ग-दर्शनावरणीय कर्म बँधने के कारणों का त्याग, (३) वेदनीय कर्म-व्युत्सर्ग-सुख-दुःख रूप वेदना के हेतुभूत कर्म-पुद्गलों के बँधने के कारणों का त्याग, (४) मोहनीय कर्म-व्युत्सर्ग-मोहनीय कर्मबंधनों के कारणों का त्याग, (५) आयुष्य कर्म-व्युत्सर्ग-आयुष्य कर्म बँधने के हेतुभूत कारणों का त्याग, (६) नाम कर्मव्युत्सर्ग-जिस कर्म के कारण आत्मा का अमूर्त्तत्व गुण आवृत होता है, उस नामकर्म के बन्धक कारणों का त्याग, (७) गोत्र कर्म-व्युत्सर्ग-गोत्रकर्म बँधने के कारणों का त्याग, (८) अन्तराय कर्म-व्युत्सर्ग-आत्मा की अनन्त शक्ति रूप गुण को आवृत करने वाले कर्मों के बन्धक कारणों का त्याग। यह कर्म-व्युत्सर्ग है। इस प्रकार व्युत्सर्ग तप का स्वरूप है।
(बाह्य तप तथा आभ्यन्तर तप एवं धर्मध्यान, शुक्लध्यान आदि के विस्तृत विवेचन के से लिए द्रष्टव्य है-जैन योग : सिद्धान्त और साधना (अमर मुनि), पृष्ठ २३१ से ३१३ तक) (6) VYUTSARG TAP
30. (n) What is this Vyutsarg tap ?
Vyutsarg tap (renouncing evil and mundane things) is of two 9 types—(1) Dravya vyutsarg, (2) Bhaava vyutsarg.
___ (1) What is this Dravya vyutsarg ? ___Dravya vyutsarg is of four types-(a) Sharir vyutsarg-To renounce body and bodily relationships and attachment for them, * (b) Gana vyutsarg–To renounce gana (ascetic group) and attachment for it, (c) Upadhi vyutsarg-To renounce possessions
like ascetic equipment and attachment for them, (d) Bhakt-pan 2 vyutsarg-To renounce food and water and attachment for them. ___(2) What is this Bhaava vyutsarg ?
___Bhaava vyutsarg (renouncing evil and mundane thoughts) is of a three types-(a) Kashaya vyutsarg, (b) Samsar vyutsarg, (c) Karma vyutsarg.
What is this Kashaya vyutsarg ?
Kashaya vyutsarg (renouncing passions) is of four types— (1) Krodh vyutsarg–To renounce anger, (2) Maan vyutsarg–To @ renounce conceit, (3) Maya vyutsarg-To renounce deceit, (4) Lobha
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औपपातिकसूत्र
(120)
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