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अनुसार-एक साथ भिन्न-भिन्न इन्द्रियों से विभिन्न विषयों को ग्रहण करना) (४) ध्रुव-अवग्रहमतिनिश्चल (सम्पूर्ण रूप में) ग्रहण करना। (५) अनिश्रित-अवग्रहमति-अनुमान आदि का सहारा लिए बिना म ग्रहण करना। (६) असंदिग्ध-अवग्रहमति-सन्देह-रहित ग्रहण करना। (६१)।
61. Avagraha mati (intellectual faculty to acquire general meaning) is i of six kinds—(1) Kshipra-avagraha mati—to acquire quickly. (2) Bahu
avagraha mati—to acquire many things one by one. (3) Bahuvidh- 41 avagraha mati—to acquire many modes of many things. [Interpretation in Vyavahar Bhashya-to acquire various information through different sense organs at once.] (4) Dhruva-avagraho. mati-to acquire with stability or perfectly. (5) Anishrit-avagraha mati-to acquire without the aid of imagination or estimation or other such means. (6) Asandigdhaavagraha mati-to acquire without any doubt.
६२. छविहा ईहामती पण्णत्ता, तं जहा-खिप्पमीहति, बहुमीहति, [ बहुविधमीहति, 5 धुवमीहति, अणिस्सियमीहति ] असंदिद्धमीहति।
६२. ईहामति [अवग्रह से जाने हुए पदार्थ के विशेष रूप में जानने की इच्छा] छह प्रकार की हैं(१) क्षिप्र-ईहामति-शीघ्र ईहा करना। (२) बहु-ईहामति-बहुत जिज्ञासावाली मति। (३) बहुविधईहामति-बहुत प्रकार की वस्तुओं की ईहा करना। (४) ध्रुव-ईहामति-ध्रुव रूप में जानने की जिज्ञासा। (५) अनिश्रित-ईहामति-अनुमान आदि के आलम्बन बिना जिज्ञासा करना। (६) असंदिग्ध-ईहामति
असंदिग्ध वस्तु की विशेष जिज्ञासा। i 62. Iha mati (desire to know more about the things acquired through
avagraha) is of six kinds—(1) Kshipra-iha mati-fleet curiosity. (2) Bahu-iha mati-elaborate curiosity. (3) Bahuvidh-iha mati-curiosity to know things of numerous kinds. (4) Dhruva-iha mati-curiosity to know perfectly. (5) Anishrit-iha mati-curiosity unaided by imagination or estimation. (6) Asandigdha-iha mati-specific curiosity about unambiguous things.
६३. छविहा अवायमती पण्णत्ता, तं जहा-खिप्पमवेति, [बहुमवेति, बहुविधमवेति, धुवमवेति, अणिस्सियमवेति ], असंदिद्धमवेति।
६३. अवायमति (निर्णायक या निश्चय बुद्धि) छह प्रकार की हैं-(१) क्षिप्रावाय-मति-शीघ्र अवाय करना। (२) बहु-अवायमति-बहुत अवाय करना। (३) बहुविध-अवायमति-बहुत प्रकार की वस्तुओं का अवाय करना। (४) ध्रुव-अवायमति-ध्रुव अवाय करना। (५) अनिश्रित-अवायमति-अनुमान आदि के बिना ही अवाय करना। (६) असंदिग्ध-अवायमति-असंदिग्ध निश्चय करना। .
63. Avaya mati (discerning or decisive wisdom) is of six kinds(1) Kshipra-avaya mati-to take quick decision. (2) Bahu-avaya mati
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षष्ठ स्थान
(247)
Sixth Sthaan
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