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| चित्र परिचय ६ ।
Illustration No. 6
निर्याण मार्ग मानव प्राणी शरीर छोड़ते समय पाँच स्थानों से उसका जीव (आत्मा) निकलता है
(१) पाँवों से-यदि जीव पैरों से निकलता है तो वह नरकगामी होता है।
(२) जंघाओं से-जंघा या उसके ऊपर के कटिभाग से नीचे के स्थान से निकलने वाला जीव तिर्यंचगति में जाता है।
(३) छाती (वक्षस्थल) से-कमर से ऊपर वक्षस्थल से निकलने वाला जीव मनुष्यगति में जाता है।
(४) सिर से-मस्तक या ग्रीवा से ऊपर के भाग से निकलने वाला जीव देवगति में जाता है।
(५) सर्वांग (सम्पूर्ण शरीर से)-शरीर के समस्त अंगों से समान रूप में निकलने वाला जीव मोक्षगामी होता है।
-स्थान ५, उ. ३, सूत्र २१४
PATH OF DEPARTURE There are five place in the body from where a soul departs (niryan) at the time of death
(1) Legs—A soul departing through legs (below knees) is destined for hell.
(2) Thigh-A soul departing from thigh is destined for animal genus.
(3) Heart-A soul departing from heart is destined for human genus.
(4) Head-A soul departing from head is destined for divine realm.
(5) Whole Body-A soul departing from whole body is destined for the status of Siddha or to be liberated.
--Sthaan 5, Lesson 3, Sutra 214
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