________________
四步五步步步步步步步步步步步步步步555555$$$$$$$$$$%
4955))))))))))1555555555555555555555555555555558
विवेचन-संस्कृत टीकाकार ने 'अन्त' शब्द के अनेक अर्थ किये हैं। जैसे-एक अर्थ है-'भव या ॐ संसार का अन्त करना। (१) कोई पुरुष अपने भव का अन्त करता है, किन्तु दूसरे के भव का अन्त
नहीं करता। जैसे प्रत्येकबुद्ध केवली या गजसुकुमार मुनि आदि। (२) कोई पुरुष अचरमशरीरी होने से ॐ अपना भवान्त तो नहीं कर पाते, किन्तु उपदेश देकर दूसरे के संसार का अन्त करते हैं। (३) कोई पुरुष ॐ अपने संसार का भी अन्त करते हैं और उपदेश देकर दूसरों के संसार का भी। जैसे-तीर्थंकर और
अन्य सामान्य केवली आदि। (४) कोई पुरुष न अपने भव का अन्त करते हैं और न ही दूसरे का भव ॐ का। जैसे-पंचम काल में जन्मे आचार्य आदि। ___'अन्त' शब्द का मरण अर्थ में भी प्रयोग होता है। इनके चार भंग इस प्रकार बनते हैं
(१) कोई पुरुष अपना 'अन्त' अर्थात् मरण या घात करता है, किन्तु दूसरे का घात नहीं करता। जैसे-क्रोधी या दयालु परोपकारी। (२) कोई पर-घातक होता है, किन्तु आत्म-घातक नहीं। जैसे
शिकारी, योद्धा, हिंसक आदि। (३) कोई आत्म-घातक भी होता है और पर-घातक भी। जैसे-परस्पर 卐 लड़ते दो शत्रु। (४) कोई न आत्म-घातक होता है और न पर-घातक। जैसे-अप्रमत्त संयमी।
Elaboration—The Sanskrit commentator (Tika) has given many meanings of the word 'ant. One meaning is 'to end or terminate the cycles of rebirth'. (1) Some man ends or terminates his cycles of rebirth and those of others. For example a Pratyek-buddha kevali (one who gets enlightened and liberated without the benefit of any discourse or guidance), ascetic Gajasukumar etc. (2) Some man (although accomplished but not destined to get liberated) does not terminate his own cycles of rebirth but makes others do that by his preaching. (3)
Some man terminates his own cycles of rebirth and those of others as 卐 well through his preaching. (4) Some man neither terminates his own $ cycles of rebirth nor those of others. For example acharyas born in the fifth epoch of this half-cycle of time.
The four alternatives when ant means death or killing are
(1) Some man ends (ant) or kills himself but not others. For example an angry but kind person. (2) Some man kills others but not himself. For example a warrior, hunter or a killer. (3) Some man kills himself as well
as others. For example two fighting adversaries. (4) Some man neither 5 kills himself nor others. For example an alert sage.
२६२. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-आयंतमे णाममेगे णो परंतमे, परंतमे णाममेगे कणो आयंतमे, एगे आयंतमेवि परंतमेवि, एगे णो आयंतमे णो परंतमे। म २६३. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-आयंदमे णाममेगे णो परंदमे, परंदमे णाममेगे
णो आयंदमे, एगे आयंदमेवि परंदमेवि, एगे णो आयंदमे णो परंदमे।
| स्थानांगसूत्र (१)
(436)
Sthaananga Sutra (1) 05555555555555555555555555
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org