________________
9hhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhhh
म २२४. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१४) आर्य और आर्यावभासी-(१) कोई जाति से आर्य और
आर्य के समान दिखता है; (२) कोई जाति से अनार्य, किन्तु आर्य के समान; (३) कोई जाति से अनार्य, है किन्तु आर्य के समान; और (४) कोई जाति से अनार्य और अनार्य के समान दिखता है। २२५. पुरुष के चार प्रकार के होते हैं-(१५) आर्य और आर्यसेवी-(१) कोई जाति से आर्य और आर्यपुरुषों की सेवा 5
करता है; (२) कोई जाति से आर्य, किन्तु अनार्य पुरुषों की सेवा करता है; (३) कोई पुरुष जाति से # अनार्य, किन्तु आर्य पुरुषों की सेवा करता है; और (४) कोई जाति से अनार्य और अनार्य पुरुषों की म सेवा करता है।
224. Men are of four kinds-(xiv) Arya and arya-avabhasi-(1) Some man is arya (noble by birth) and arya-avabhasi (noble in appearance) as well. (2) Some man is noble by birth but anarya-avabhasi (ignoble in appearance). (3) Some man is ignoble by birth but noble in appearance. (4) Some man is ignoble by birth and ignoble in appearance as well. 225. Men are of four kinds—(xv) Arya and arya sevi-(1) Some man is
rya (noble by birth) and arya sevi (serves the noble) as well. (2) Some fi man is noble by birth but anarya sevi (serves the ignoble). (3) Some man
is ignoble by birth but serves the noble. (4) Some man is ignoble by birth and serves the ignoble as well.
२२६. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-अज्जे णाममेगे अज्जपरियाए, अज्जे णाममेगे 23 अणज्जपरियाए, अणजे णाममेगे अज्जपरियाए, अणज्जे णाममेगे अणज्जपरियाए। २२७. चत्तारि
पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा-अज्जे णाममेगे अज्जपरियाले, अज्जे णाममेगे अणज्जपरियाले, 5 अणज्जे णाममेगे अज्जपरियाले, अणजे णाममेगे अणज्जपरियाले।
२२६. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१६) आर्य और आर्यपर्याय-(श्रावक या साधु अवस्था वाला) म (१) कोई जाति से आर्य और आर्यपर्याय वाला; (२) कोई जाति से आर्य, किन्तु अनार्यपर्याय वाला;
(३) कोई जाति से अनार्य, किन्तु आर्यपर्याय वाला; और (४) कोई जाति से अनार्य और अनार्यपर्याय
वाला होता है। २२७. पुरुष चार प्रकार के होते हैं-(१७) आर्य और आर्य परिवार-(१) कोई जाति से के आर्य और आर्य परिवार वाला; (२) कोई जाति से आर्य, किन्तु अनार्य परिवार वाला; (३) कोई जाति से
अनार्य, किन्तु आर्य परिवार वाला; और (४) कोई जाति से अनार्य और अनार्य परिवार वाला होता है। fi 226. Men are of four kinds—(xvi) Arya and arya paryaya-(1) Some man is arya (noble by birth) and arya paryaya (lives in noble condition
such as a good citizen or an ascetic). (2) Some man is noble by birth but #anarya paryaya (does not live in noble condition). (3) Some man is
ignoble by birth but lives in noble condition. (4) Some man is ignoble by f birth and lives in ignoble condition as well. 227. Men are of four kinds
(xvii) Arya and arya parivar-(1) Some man is arya (noble by birth) and चतुर्थ स्थान
(411)
Fourth Sthaan 45555555555555555555555555555555555555
卐)))555555555555555555555))))))))))))))))))))))))
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org