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(xvii) Deen (poor) and deen parivar (has a poor family ) – ( 1 ) Some man is deen (poor) and deen parivar (has a poor family). (2) Some man is poor but adeen parivar (has a rich family). (3) Some man is not poor but has a poor family. (4) Some man is neither poor nor has a poor family.
आर्य-अनार्य - पद (१७ पद) ARYA-ANARYA-PAD (SEGMENT OF NOBLE AND IGNOBLE ) (SEVENTEEN STATEMENTS)
२११. चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा - ( १ ) अज्जे णाममेगे अज्जे, अज्जे णाममेगे 4 अज्जे, अणजे णाममेगे अज्जे, अणज्जे णाममेगे अणज्जे । (२) एवं अज्जपरिणए, (३) अज्जरूवे, (४) अज्जमणे, (५) अज्जसंकप्पे, (६) अज्जपणे, (७) अज्जदिट्ठी, (८) अज्जसीलाचारे, (९) अज्जववहारे, (१०) अज्जपरक्कमे, (११) अज्जवित्ती, (१२) अज्जजाती, 4 (१३) अज्जभासी (१४) अज्जोवभासी, (१५) अज्जसेवी, (१६) अज्जपरियाये, (१७) अज्ज ५ परियाले । एवं सत्तरस्स आलावगा जहा दीणेणं भणिया तहा अज्जेण वि भाणियव्या ।
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२११. पुरुष चार प्रकार के होते हैं - ( १ ) आर्य और आर्य- (१) कोई पुरुष जाति आदि से आर्य है और भी होता है, (२) कोई जाति आदि से आर्य, किन्तु गुण से अनार्य, (३) कोई जाति आदि अनार्य, किन्तु गुण से आर्य, और (४) कोई जाति आदि से अनार्य और गुण से भी अनार्य होता है।
211. Men are of four kinds-(i) arya (noble) and arya-(1) Some man is arya (noble by caste and other such attributes) externally and arya (noble in attitude and other such qualities) internally as well. ( 2 ) Some man is arya externally and anarya ( ignoble) internally. ( 3 ) Some man is 5 anarya externally and arya internally. (4) Some man is anarya ( ignoble) externally and anarya (ignoble) internally as well.
इसी प्रकार (२) आर्य परिणत - परिणमन की दृष्टि से आर्य, चार भंग (३) आर्य रूप (वेषभूषा की दृष्टि से) ४ भंग, (४) आर्य मन (भाव) ४ भंग, (५) आर्य संकल्प ४ भंग, (६) आर्य प्रज्ञा (बुद्धि) ४ भंग, (७) आर्य दृष्टि ४ भंग, (८) आर्य शीलाचार ४ भंग, (९) आर्य व्यवहार ४ भंग, (१०) आर्य पराक्रम
( पुरुषार्थ या उद्योग ) ४ भंग, (११) आर्य वृत्ति - ( आजीविका ) ४ भंग, (१२) आर्य जाति - ( आर्य माता की सन्तान) ४ भंग, (१३) आर्य भाषी - (आर्य भाषा बोलने वाला) ४ भंग, (१४) आर्यावभासी-आर्य जैसा लगने वाला ४ भंग, (१५) आर्य सेवी श्रेष्ठ जनों की संगति करने वाला ४ भंग, (१६) आर्य पर्यायसद्गृहस्थ या साधु वृत्ति वाला ४ भंग, और (१७) आर्य परिवार वाला ४ भंग। इन सबके दीन शब्द में कहे आलापकों के अनुसार प्रत्येक के चार-चार भंग कहने चाहिए।
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In the same way read four aforesaid alternatives for all the remaining statements as in case of deen (poor)-(ii) arya parinat (transformed into noble), (iii) arya rupa (noble in appearance or practice), (iv) arya man 卐 (noble in mind), (v) arya sankalp ( noble in resolve ), (vi) arya prajna (noble in wisdom), (vii) arya drishti (noble in perception / faith ), (viii) arya sheel -
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स्थानांगसूत्र ( १ )
Sthaananga Sutra (1)
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