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15 same way his Samanik gods... and so on up to... Agramahishis too have
three parishads (assemblies) each as detailed in case of Chamarendra. + 160. In the same way all kings of gods from Ishanendra to Achyutendra,
their Samanik gods... and so on up to... Agramahishis too have three
parishads (assemblies) each. 卐 विवेचन-आभ्यन्तर परिषद् के देव विशेष सम्माननीय होते हैं तथा विशेष निमंत्रण पर आते हैं। - मध्यम परिषद् के देव निमंत्रण पर तथा आवश्यक होने पर बिना निमंत्रण के भी उपस्थित होते हैं। बाह्य ॐ परिषद् के देव निर्धारित समय पर स्वतः उपस्थित होते हैं। किसी विशेष विषय पर पहले आभ्यन्तर + परिषद् विचार करती है, आभ्यन्तर परिषद् का निर्णय मध्यम परिषद् के समक्ष आता है। उसमें स्वीकृत E होने पर बाह्य परिषद् में उस पर विचार किया जाता है और फिर वहाँ से क्रियान्वित करने के लिए म अधिकारी देवों को दिया जाता है। इससे पता चलता है कि देवों की शासन व्यवस्था कितनी सुचारु
प्रजातांत्रिक है। किसी भी प्रशासकीय विषय पर विचार करने के लिए इन्द्र की प्रमुख परिषद् के
अतिरिक्त, सामानिक, त्रायस्त्रिंशक, लोकपाल और अग्रमहिषियों की पृथक् परिषदें हैं। प्रत्येक परिषद् में + विचार निर्णय के अनन्तर उस विषय को इन्द्र के समक्ष प्रमुख सभा में प्रस्तुत किया जाता है। (हिन्दी; टीका, पृष्ठ ४१८)
Elaboration—The gods of the inner assembly are specially honoured and they attend only on special invitation. The gods of the middle assembly generally attend on invitation but when needed they attend without invitation also. The gods of the outer assembly attend as a rule at assigned time. Any special issue under consideration is first of all placed for deliberation before the inner assembly. The decision of the inner assembly is then placed before the middle assembly. Once approved it comes to the outer assembly and discussed there. After this the final outcome is passed on to the gods responsible for implementation. This reveals how efficient and democratic is the system of governance of gods. For deliberating on all administrative matters
there are independant assemblies of Samanik, Trayastrimshak and 5 Lokapalak gods as well as Agramahishis (chief queens). After 4i deliberations and arriving at a decision, the issue is placed before the + king in the main assembly. (Hindi Tika, p. 418) $ 274-96 YAAM-PAD (SEGMENT OF DIVISION OF A DAY)
१६१. तओ जामा पण्णत्ता, तं जहा-पढमे जामे, मज्झिमे जामे, पच्छिमे जामे। १६२. तिहिं जजामेहिं आया केवलिपण्णत्तं धम्मं लभेज सवणयाए, तं जहा-पढमे जामे, मज्झिमे जामे,
पच्छिमे जामे। १६३. एवं जाव [तिहिं जामेहिं आया केवलं बोधिं बुझेज्जा, तं जहा-पढमे ॐ
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स्थानांगसूत्र (१)
(218)
Sthaananga Sutra (1)
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