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5॥॥॥॥55555555555
naam-gotra-nidhatt-The beings that have undergone race-form-status programming are called Jati-naam-gotra-nidhatt. 10. Jati-naam-gotranidhatt-ayu-The beings that have undergone race-form-status programming along with life-span programming are called Jati-naamgotra-nidhatt-ayu. 11. Jati-naam-gotra-niyukt-The beings that have undergone race-form-status programme activation are called Jati-naamgotra-niyukt. 12. Jati-naam-gotra-niyukt-ayu-The beings that have undergone race-form-status and life-span programme activation are called Jati-naam-gotra-niyukt-ayu. The same pattern holds good for other aforesaid bondages. (Vritti, leaves 280-281; Hindi Commentary, part 2, pp. 1053-1056) असंख्यात-द्वीप-समुद्र INNUMERABLE ISLANDS AND SEAS
३५. [प्र. ] लवणे णं भंते ! समुद्दे किं उस्सिओदए, पत्थडोदए, खुब्भियजले, अखुब्भियजले ? [उ. ] गोयमा ! लवणे णं समुद्दे उस्सिओदए, नो पत्थडोदए; खुब्भियजले, नो अखुभियजले। एत्तो आढत्तं जहा जीवाभिगमे जाव से तेण० गोयमा ! बाहिरिया णं दीव-समुद्दापुण्णा पुण्णप्पमाणा बोलट्टमाणा वोसट्टमाणा समभरघडत्ताए चिट्ठति, संठाणओ एगविहिविहाणा, वित्थरओ अणेगविहिविहाणा, दुगुणा दुगुणप्पमाणाओ जाव अस्सिं तिरियलोए असंखेजा दीव-समुद्दा सयंभूरमणपज्जवसाणा पण्णत्ता समणाउसो!
३५. [प्र. ] भगवन् ! क्या लवणसमुद्र, उच्छितोदक (उछलते हुए जल वाला) है, प्रस्तृतोदक (सम जल वाला) है, क्षुब्ध जल वाला है अथवा अक्षुब्ध जल वाला है ?
[उ. ] गौतम ! लवणसमुद्र उच्छितोदक है, किन्तु प्रस्तृतोदक नहीं है; वह क्षुब्ध जल वाला है, किन्तु अक्षुब्ध जल वाला नहीं है। यहाँ से प्रारम्भ करके जिस प्रकार जीवाभिगम सूत्र (तृतीय प्रतिपत्ति) में कहा है, इसी प्रकार से जान लेना चाहिए; यावत् इस कारण, हे गौतम ! (अढाई द्वीप से) बाहर के (द्वीप-) समुद्र पूर्ण, पूर्ण प्रमाण वाले (अक्षुब्ध एवं सम जल वाले), छलाछल भरे हुए, छलकते हुए और समभर घट के रूप में, (अर्थात् परिपूर्ण भरे हुए घड़े के समान) तथा संस्थान से एक ही तरह के स्वरूप वाले, किन्तु विस्तार की अपेक्षा अनेक प्रकार के स्वरूप वाले हैं; द्विगुण-द्विगुण विस्तार वाले हैं; (अर्थात् अपने पूर्ववर्ती द्वीप से दुगुने प्रमाण वाले हैं) यावत् इस तिर्यकुलोक में असंख्येय द्वीप-समुद्र हैं। सबसे अन्त में 'स्वयम्भूरमण-समुद्र' है। हे श्रमणायुष्मन् ! इस प्रकार द्वीप और समुद्र कहे गये हैं।
35. [Q.] Bhante ! Does Lavan Samudra (Salt Sea) have surging water (uchchhritodak), level water (prastritodak), turbulent water or calm water ?
[Ans.] Gautam ! Lavan Samudra (Salt Sea) has surging water (uchchhritodak) and not level water (prastritodak); it has turbulent
छठा शतक : अष्टम उद्देशक
(303)
Sixth Shatak : Eighth Lesson
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