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4. (Q. 1] Bhante ! Does a sagacious ascetic (Bhaavitatma Anagar) see 46 the internal portion of a tree or just its external portion ? [Ans.) Here also the four aforesaid alternatives should be repeated.
10.2] In the same way does he see (only) the root (mula) or (also) the 15 trunk (kand') ? Also does he see (only) the root (mula) or (also) the thick branch (skandh)? [Ans.] Repeat the four alternatives for both.
In the same way four alternatives should be stated for the combination of root and seed (beej). Also for the combinations of two up to seed with trunk (kand) the same alternatives should be stated. The same process should be extended up to flower (pushp) with seed (beej).
[Q.3] Bhante ! Does a sagacious ascetic (Bhaavitatma Anagar) see (only) the fruit (phal) of a tree or (also) the seed (beej) ? [Ans.] Here also the four aforesaid alternatives should be repeated.
विवेचन : सूत्र ४ में कथित वृक्ष के मूल, कन्द आदि इन दस पदों के द्विक संयोगी (दो के योग से) ४५ भंग के इस प्रकार होते हैं। यथा-१ मूल-कन्द (धड़) (२) मूल-स्कन्ध (मोटी डाल), (३) मूल-छाल (त्वचा),
(४) मूल-शाखा (डाली) (५) मूल-प्रवाल (कोंपल), (६) मूल-पत्र, (७) मूल-पुष्प, (८) मूल-फल, ॐ (९) मूल-बीज। (१०) कन्द-स्कन्ध, (११) कन्द-छाल, (१२) कन्द-शाखा, (१३) कन्द-प्रवाल, (१४) कन्द-ॐ 卐 पत्र, (१५) कन्द-पुष्प, (१६) कन्द-फल, (१७) कन्द-बीज। (१८) स्कन्ध-छाल, (१९) स्कन्ध-शाखा + + (२०) स्कन्ध-प्रवाल, (२१) स्कन्ध-पत्र, (२२) स्कन्ध-पुष्प, (२३) स्कन्ध-फल, (२४) स्कन्ध-बीज।
(२५) छाल-शाखा, (२६) छाल-प्रवाल, (२७) छाल-पत्र, (२८) छाल-पुष्प, (२९) छाल-फल, (३०) छालॐ बीज, (३१) शाखा-प्रवाल, (३२) शाखा-पत्र, (३३) शाखा-पुष्प, (३४) शाखा-फल, (३५) शाखा-बीज, + (३६) प्रवाल-पत्र, (३७) प्रवाल-पुष्प, (३८) प्रवाल-फल, (३९) प्रवाल-बीज। (४०) पत्र-पुष्प, (४१) पत्रफल, (४२) पत्र-बीज। (४३) पुष्प-फल, (४४) पुष्प-बीज, (४५) फल-बीज।
इन ४५ ही पदों में से प्रत्येक पद को लेकर चौभंगी कहनी चाहिए। (वृत्ति, पत्रांक १८९)
क्षयोपशम की विचित्रता के कारण अवधिज्ञान विचित्र प्रकार का होता है। कोई अवधिज्ञानी सिर्फ विमान ॐ (यान) को और कोई सिर्फ विमान में बैठे देव को, कोई दोनों को देखता और कोई दोनों को नहीं जानता
देखता। इसी कारण चौभंगी द्वारा प्रस्तुत प्रश्नों का समाधान किया गया है। इन प्रश्नोत्तरों से अवधिज्ञान की तरतमता बताई गई है।
Elaboration-There are 45 alternatives of the combination of two for all the parts of a tree including root and trunk. They are listed here(1) root (mula)-trunk (kand), (2) root (mula)-thick branch (skandh), (3) root (mula)-bark (chhaal), (4) root (mula)-branch (shakha), (5) root
(mula)-sprout (praval), (6) root (mula)-leaf (patra), (7) root (mula)-flower 卐 (pushp), (8) root (mula)-fruit (phal), (9) root (mula)-seed (beej), (10) trunk :
(kand)-thick branch (skandh), (11) trunk (kand)-bark (chhaal), (12) trunk
भगवतीसूत्र (१)
(460)
Bhagavati Sutra (1)
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