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(Ans.) Yes, Gautam ! The edge of occupied space (lokant) touches the edge of unoccupied space (alokart) and the edge of unoccupied space (alokant) touches the edge of occupied space (lokant).
[Q.2] Bhante ! Does it touch the touched area or the untouched ? ____ [Ans. It touches the touched... and so on up to... touches in all the six directions as a rule.
६.[प्र. १ ] दीवंते भंते ! सागरंतं फुसति ? सागरते वि दीवंतं फुसति ? [उ. ] हंता, जाव नियमा छद्दिसिं फुसति।
६. [प्र. १] भगवन् ! क्या द्वीप का अन्त (किनारा) समुद्र के अन्त को स्पर्श करता है? और समुद्र का अन्त द्वीप के अन्त को स्पर्श करता है?
[उ. ] हाँ, (गौतम ! ऐसा करता है) यावत्-नियम से छहों दिशाओं में स्पर्श करता है। 41 6. [Q. 1) Bhante ! Does the edge of an island (or continent) touch the edge of the sea ? Does the edge of the sea touch the edge of an island ?
[Ans.) Yes it does... and so on up to... touches in all the six directions as a rule.
[प्र. २ ] एवं एएणं अभिलावेणं उदकंते पोयतं फुसइ, छिदंते दूसतं, छायंते आतवंतं ? [उ. ] जाव नियमा छदिसिं फुसति।
[प्र. २ ] भगवन् ! क्या इसी प्रकार इसी अभिलाप से पानी का किनारा, पोत (नौका-जहाज) के के किनारे को और पोत का किनारा पानी के किनारे को स्पर्श करता है? क्या छेद का किनारा वस्त्र के
किनारे को और वस्त्र का किनारा छेद के किनारे को स्पर्श करता है? और क्या छाया का अन्त आतप 卐 (धूप) के अन्त को और आतप का अन्त छाया के अन्त को स्पर्श करता है ?
[उ. ] हाँ, गौतम ! (उक्त सभी का स्पर्श घटित होता है) यावत् नियमपूर्वक छहों दिशाओं को स्पर्श 卐 करता है।
(Q. 2) Bhante ! From this does it imply that the edge of water touches the edge of a boat (or ship) and the edge of a boat touches the edge of water ? The edge of a hole touches the edge of the cloth and the edge of the cloth touches the edge of a hole ? And the edge of a shadow touches the edge of sun and the edge of sun touches the edge of a shadow ? ___ [Ans.] Yes, they all do... and so on up to... touches in all the six 5 directions as a rule. अठारह पापस्थान क्रिया-स्पर्श प्ररूपणा TOUCH OF EIGHTEEN SOURCES OF SIN
७.[प्र. १ ] अस्थि णं भंते ! जीवाणं पाणाइवाएणं किरिया कज्जति ?
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भगवतीसूत्र (१)
(144)
Bhagavati Sutra (1)
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