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यो हि मोहाद्विषं पीत्वा VII. 15.19a
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युद्धं युयुत्सतः IV. 11.1gd
वंशं समुत्पाद्य VII. 62. 18c
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वाक्यमुदीरितम् IV. 30.72b
,,,, विक्लवया बुद्ध्या VII. 68.1gc
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ह्ययं मम लागू V.
54.5a
ह्यर्थं बहुधा वेद V. 41.6c यौगंधरविनिद्रौ च I. 28.7a ताविन्द्रजिता युद्धे VI. 51.12a तौ देवासुरे युद्धे II. 9.28a पश्यसि तिष्ठन्तौ VI. 28.6a
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दृष्ट्वा परितप्येऽहम् II. 74.24c
धर्मों जगतो नेत्री III. 66. roa
यौवनस्थस्य गौरस्य II. 91.72c यौवनं च महात्मनः VI. 92.54b
àsaada VII. 17.21d
त्वध्रुवं भीरु III. 55.22c
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शत्रुमवज्ञाय VI. 63.20a
धर्मकार्य वा VII. 74.28c
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प्रतिपेदिरे I. 38.18d
बलमासाद्य VII. 35.27c
व्यतिवर्तते VII. 9.8b ह्यतिवर्तते V. 20. 12b
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यौवने च तदासीन्मे IV. 65.16c
वर्तमानस्य IV. 63.11c यौवनोत्कजाद्दर्पात् VI. 4. 63a यौवराज्यमकण्टकम् II. 11.27d
यौवराज्यमतोऽर्हति II. 8.14d यौवराज्यममन्यत II. 1. 42d यौवराज्यमवाप्नुहि II. 3. 41b यौवराज्यमवेक्षत II. 52.36b यौवराज्यस्थमिच्छथ II. 3.2d यौवराज्यस्य भाजनम् IV. 26.13d यौवराज्यं च लङ्कां च VI. 92.13a
प्रयच्छति II. 20.3ob
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यौवराज्यं सनातनम् II. 26.27b यौवराज्याभिषेकश्च II. 15.15a यौवराज्याभिषेचनम् II. 6.1gd 26.3d
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यौवराज्याय रामस्य II. 3.4c
यौवराज्येन चानघम् II. 7.11b
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भरतम् II. 9.2c
महता II. 8.9c
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यौवराज्ये नराधिपः II. 5.1ob यौवराज्येन संयोक्तम् I. 1.21a
सुग्रीवम् IV. 15.23c
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यौवराज्ये नियोक्तास्मि II. 2. 120
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नियोजितः II. 26.23d
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यौवराज्ये परंतप II. 4. 22d यौवराज्येऽभिषिच्य च II. 52.33b यौवराज्येऽभिषेक्ष्यति II. 7.20d
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20.24d यौवराज्येऽभिषेचनम् II. 4.33b यौवराज्येऽभिषेचय IV. 26.12d यौवराज्येऽभ्यषेचयत् IV. 26.38d
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रकारादीनि नामानि III. 39.18a रक्तकण्ठगुणो धीरः VI. 71.22a रक्तकोमलपल्लवैः VI. 39.6b रक्तचन्दनकर्पूरैः VI. 128.55a
रक्तचन्दनदिग्धेन V. 10. 26a रक्तचन्दनभूषिताम् IV. 25.25d रक्तचन्दनरूषितम् V. 49.4b रक्तचन्दनरूषिताः II. 91.58b रक्तचन्दनसंकाशा VI. 23.6a
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,, 41.15a रक्तचन्दन संलिप्तम् VI. 40.4c रक्तचन्दन सेविनीम् II. 33.9b रक्ततुङ्गनखी शुभा III. 34.17b पद्मोत्पलमुखः III. 42.16c
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