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यत्र ते भस्मसात्कृताः I. 44.Id
, ,, मे सुसत्कृताः III. 74.23b ,, ,, विकृता मतिः II. I2.19d
, सुकृतात्मानः III. 74.35a तौ नृपतेः सुतौ V. 67.40b ,, रामलक्ष्मणौ II. 84.13d ,, , IV. 2.28d ,, , VI. 78.20d , , ,, 95.42d
त्रयं त्रयो लोकाः II. 30.34a ,, त्वमस्मान्वृषभ: II. I05.I0c ,, त्वं राक्षसेन्द्रेण VI. 123.45a ,, दाशर धी रामः II. 88.IIC ,, दृष्टा मम प्रिया V. 66.IIb ,, धर्मस्तु शाश्वतः VII. 82.5d ,, भागीरथीं गङ्गाम् II. 54.2a ,, भ्राता सहोदरः VI. I0I.I4d ,, मां राम वक्ष्यसे II. 40.Ind ,, मे वसति प्रिया IV. 1.47b ,, यत्र च याति स्म VII. 31.42a ,, ,, भवेद्गुल्मः VI. 72.12c ,,, वनोद्देशे VII. 87.13a ,, युद्धमरिंदमः VI. 73.9d ,, रक्षः पतिः स्थितः VII. 22.7d ,, राजन्ति शैला वा IV. I.4c , राजा दशरथः II. 57.16c ,,, न दृश्यते II. 14.55b , राज्यं प्रशास्त्यस्य VII. 35.19c ,, राम गमिष्यसि VII. 107.12d ,, रामनिवेशनम् II. 32.32d ,, रामसखा वीरः II. 83.20a ,, रामः पितुर्दधात् II. I04.13c ,, रामस्य वैदेहीम् III. 52.39c , रामः सलक्ष्मणः V. 60.19d , , , V. 17.d
यत्र रामः सलक्ष्मणः V. 19.32d " , , , 29.23d " , , , 31.21d ,, सह भ्रात्रा VI. 48.Igc ,, रामो गमिष्यति II. 35.Iod ,, ,, न भूपतिः II. 37.29b ,,, निवत्स्यति II. 37.23d ,, भयं नात्र II. 48.15c ,, ,, महायुतिः VII. 72.7d ,, , महाबाहुः III. 25.3c ,, ,, व्यवस्थितः IV. 38.15b ,, वत्स गमिष्यसि II. 24.9d , वत्स्यामहे वयम् I. 50.4d , वन्ध्य फला वृक्षाः IV. 48.8a ,, वर्तावहे स्वयम् VII. 29.8b ,, वाचः क्षमे तव II. 12.79b ,, वाली मया हतः VI. 123.23b ,, ,, हतस्त्वया VI. 124.12b ,, वृत्रो महासुरः VII. 85.10d ,, वै मुनिपुङ्गवः I. II.I5b ,,, , VII. 95.7d ,, वैश्रवणो राजा VI. 27.21c ,, शकः पुरंदरः VI. 123.47b , शब्दो विनिःसृतः I. 26.8d , सर्व प्रतिष्ठितम् III. 66.10b ,, सर्वे वनौकसः VI. 57.7d ,, संप्रतिभाध्यते VI. 6.14b ,, सागरमुत्तीर्य VI. I23.16a ,, सा जनकात्मजा III. 61.18b ,, ,, जानकी देवी V. 42.17c ,, सा तनुमध्यमा III. 64.5b , सायंगृहो मुनिः II. 67.23d , सीताभवत्स्थिता V. 58.65d , सीताभिरक्ष्यते VI. 72.Id ,, सुग्रीवराघवौ VI. 91.3b
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