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१५००-- १५२५ ( ई० उ० )
१५०० - १५४० ( ई०
उ० )
उ० )
१५१३ - १५८० ( ई० १५२० - १५७५ ( ई०
उ० )
१५२० - १५८६ (ई० उ० )
उ० )
१५६० - १६२० ( ई० १५६० - १६३० ( ई०
उ० )
१६१०- १६४० ( ई० उ० )
१६१०-- १६४० ( ई० उ० )
१६१०-- १६४५ ( ई० उ० )
१६५०-१६८० ( ई० उ० )
१७०० - १७४० (ई० उ० ) १७०० - १७५० ( ई० उ० )
१७६० ( ई० उ० ) १७३०-- १८२० ( ई० उ० )
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प्रतापरुद्रदेव राजा के संरक्षण में संगृहीत सरस्वतीविलास ।
: शुद्धिकौमुदी, श्राद्धक्रियाकौमुदी आदि के प्रणेता गोविन्दानन्द |
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: प्रयोगरत्न, अन्त्येष्टिपद्धति, त्रिस्थलीसेतु के लेखक नारायण भट्ट । : श्राद्धतत्त्व, तीर्थतत्त्व, शुद्धितत्त्व, प्रायश्चित्ततत्त्व आदि तत्त्वों के लेखक रघुनन्दन ।
: टोडरमल के संरक्षण में टोडरानन्द ने कई सौख्यों में शुद्धि, तीर्थ, प्रायचित्त, कर्मविपाक एवं अन्य १५ विषयों पर ग्रन्थ लिखे ।
द्वैतनिर्णय या धर्मद्वैतनिर्णय के लेखक शंकर भट्ट ।
: वैजयन्ती ( विष्णुधर्मसूत्र की टीका ) श्राद्धकल्पलता, शुद्धिचन्द्रिका एवं दत्तकमीमांसा के लेखक नन्द पण्डित |
: निर्णयसिन्धु तथा विवादताण्डव, शूद्रकमलाकर आदि २० ग्रन्थों के लेखक कमलाकर भट्ट |
: मित्र मिश्र का वीरमित्रोदय, जिसके भाग हैं, तीर्थप्रकाश, प्रायश्चित्तप्रकाश, श्राद्धप्रकाश आदि ।
: प्रायश्चित्त, शुद्धि, श्राद्ध आदि विषयों पर १२ मयूखों में (यथानीतिमयूख व्यवहारमयूख आदि) रचित भगवन्तमास्कर के लेखक नीलकण्ठ ।
: राजधर्मकौस्तुभ के प्रणेता अनन्तदेव । वैद्यनाथ का स्मृतिमुक्ताफल ।
तीर्थेन्दुशेखर, प्रायश्चित्तेन्दुशेखर, श्राद्धेन्दुशेखर आदि लगभग ५० ग्रन्थों के लेखक नागेश भट्ट या नागोजिभट्ट |
: धर्मसिन्धु के लेखक काशीनाथ उपाध्याय ।
: मिताक्षरा पर 'बालम्भट्टी' नामक टीका के लेखक वालम्भट्ट ।
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