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सिरीमहेसरसूरिविरइयाओ
[१, ७०-९४ मणवल्लहो विरत्तो' विणावराहेण कम्मदोसाओ । सरिओ सरिओ दुम्मइ अंगाई नट्ठसल्लो व ॥ ७० धन्ना ता महिलाओ जाणं पुरिसेसु कित्तिमो नेहो । पाएण जओ पुरिसा महुयरसरिसा सहावेणं ॥ ७१ एक्कवसिओं सिनेहो रंडत्तं कन्नयाण बाहुलं । दालिदं च विओगो एयं नरयं महाघोरं ॥ ७२ निक्कित्तिमो न नेहो एयं लोयस्स सञ्चयं वयणं । अन्नह पिययमविरहे कह जीयं धारिमो अहयं? ॥ ७३ धी संसारसहावो जो किर निमिसं पि मुंचए णेय । तविरहेण वि पिच्छह जीविजइ दड्ढलोएण ॥ ७४ नेहो बंधणमूलं नेहो लज्जाइनासओ पावो । नेहो दोग्गईमूलं पइदियहं" दुक्खओ नेहो ॥ . ७५ धन्ना ते वरमुणिणो मूलं नेहस्स जेहिँ परिच्छिन्नं । धन्नाण वि ते धण्णा बाल चिय जे तवं पत्ता॥ ७६ अन्नायरसेहिँ जओ निचाहिजइ तवं सुहेणेव । भुत्तविसयाण चित्तं सरेन्ज ता इंदियकयाइं ॥ ७७ ता मज्झ वि आजम्मं नियमो नियमेण पुरिससंगस्स । दिहो सो मालवओ मंडावि हु भक्खिया तत्थ ॥७८ एवंविहम्मि कजे किं जुत्तं मज्झ एत्थ काउं जे । अहवा पिउघरगमणं मोत्तूण न जुञ्जए अन्नं ॥ ७९ जइ वि हु पइमुक्काणं पियाइगेहेसु आयरो नत्थि । तह वि हुँ त चिय सरणं जह भूमी मंचपडियस्स ॥८० इयं चिंतिऊण हियए चलिया सा मत्तवारणगईएँ । एगागिणी वि विमणा समुहा सौ जणयनयरीए॥८१ सुकुमाल गब्भवइया भीरू एगागिणी दुहं मग्गे"। अहवा धा(धी)रयवसया मुच्छों लोयाण विनेया॥ ८२ कइवयदिणेहिँ तो सातं नयरिं पाविऊण उज्जाणे । उवविहीं मुच्छगया पुणरवि सयमेव संबुद्धा ॥ ८३ अह चिंतियं च तीए कह हं पविसौमि नयरिमैज्झम्मि?।एगागिणी उजम्हा अबली लोयाण निंदणिया॥८४ देहलिलंघणएण वि जो इत्थी कह वि एगिया जायौं । तं पि हु निंदइ लोगो किं पुण देसंतर गयाएं ? ॥८५ नवर्जुवईण वईणं बालाण य एगयाण नियमेण । निदोसाण वि दोसा संभाविजंति लोएहिं ॥ ८६ एगागी दूराओ संपत्तो सुटु तोसओ पुरिसो । महिला अइदुक्खयरा तेणं चिय निंदिया इत्थी ॥ ८७ उप्पण्णाए सोगो वडंतीए य वड्डए चिंता । परिणीयाएँ उदन्तो" जुवइपिया दुक्खिओ निच्चं ॥ ८८ जइ पुण रंडा अईदूहवा य जाएज कम्मदोसेण । ता पिउमाईण दढं जावजीवं मणे" सलं" ॥ ८९ ती वरिमा संभूया अहवा गब्भम्मि चेव परिखीणा । अप्प-पराणं दुहया कन्ना कइया वि मा होज॥ ९० एवं ठियंमि कजे मरणं चिय मज्झ होइ सेयं तु । इयरह लोयावाओ आजम्मं दूसहो' नियमा ॥ ९१ अब्भक्खाणमकजं कजविणासो रिणं च गुणनिंदा । पञ्चुवयाराकरणं दूमति हु माणविहवाण ॥ ९२ अह सा खुहा-तिसाहिं अभिभूयाँ उहिऊण किच्छेणं"। जल-फलगवेसणत्थं उजाणे हिंडए सणियं ॥९३ तिक्खेहिं दुक्खेहिं अभिभूयाणं च दड्डजीवाणं । भुक्खा-तिस-निदाओ हवंति नियमेण संसारे ॥ ९४
1B निरत्तो। 2A पुरिसेहि। 3A B वि णेहो। 4 B अह। 5 B पिययमस्त। 6AC निमसं। 7 ACमुच्चए। 8Cणेव। 9 BC मउलं। 10A दुग्गइ। 11 A पयदियह; Cपइदुसुहं । 12 A बालो। 13 BC इंचियकयाइं। 14 C य। 15 B ति; C ते। 16 A इह । 17 A °गईएण । 18 Coव। 19 A से। 20 Aणायउंप। 21 AD मग्गं। 22 B पारय123 Bहेच्छा। 24 Aकइवह; B कयवय । 25 A ता। 26 A उजाणं । 27 A उवविजा। 28 A ताहे; C ताए। 29 C पइसामि । 30 B नइरि। 31C य। 32 A महिला। 33C जइ। 34 B जाइ। 35 B तह । 36 A वि। 37 A गयाणं । 38 B C निव। 39 A एगगाण। 40 A लोगेहिं। 41 A संपत्ता। 42 A दंडो। 43 A B अह । 44 A D दुहवित्त; B D दुहवत्ति । 45 AC जाएजा। 46 A मणो। 47 B सल्लो। 48 B तो । 49 A °पराण य। 50 B होजा। 51 A कप्पे। 52 A दुस्सहो । 53 B विभवाणं; C विहवाणं । 54 C तिसाखुहाहिं। 55 B अहिभूया; C अभिहूया। 56 B उस्थिऊण । 57 A किच्छेण । 58 A जण। 59 A B उजाणं ।
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