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श्री महेन्द्रसूरि - विरचिता [ प्राकृत भाषा - निबद्धा ]
नम्म या सुन्दरी कहा
[ देवचन्द्रसूरिकृत संक्षिप्त प्राकृत कथा, जिनप्रभसूरिकृत अपभ्रंशभाषामय नमयासुन्दरी सन्धि, तथा मेरुसुन्दरकृत गुर्जरभाषागद्यमय बालावबोधसमन्वित ]
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संपादन कर्त्री
कुमारी प्रतिभा त्रिवेदी, एम्. ए.
प्राध्यापिका भा. वि. भवन कोलेज, बम्बई
विक्रमाब्द २०१६ ]
प्रथांक ४८ ]
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भारतीय
प्रकाशनकर्ता
सिं 'घी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ भारतीय विद्या भवन, बम्बई
www बंबई
भवन
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प्रथमावृत्ति - पंचशतप्रति
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[१९६० खिस्ताब्द
[ मूल्य रु. ४/४०
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