SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 267
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ *92 कुवलयमाला he अह सुरणरतिरिएसु ९७-२३ / आरं तहा पसिद्धं १९८-४ अह सो एसो चिय पुरओ २५-१७ / आराहणा य अंते २८१-५ । इक्खागुणरवराणं २०१ - २२ अह सो णियसाहस ९-१३ | आराहिऊण देविं २०१-१६ इक्खागुवंसजाओ २१५ - १८ अह सो वि कह वि लद्धो ८८-१० आरियकुले वि जाया ४०-३० इक्खागुवंसपभवा २०१ - १५ अह होइ कह वि बुद्धी ८८-९ । आरियखेत्तम्मि जहा। २४२ - १३ इट्टविओओ गरुओ २७६ - २५ अह होइ किंचि तत्थ वि १९१-३ आरियखेत्तम्मि पुणो ८८-५ इट्टस्स अणिट्ठरस व १४८ - २२ अह होइ विवज्जासो १५७-२२ | आरुहइ खवगसेटिं १४४-१३ इड्ढीगारवरहिओ २७२ - १६ अह होज ण वा मोक्खं २७०-८ | आरोग्गम्मि वि पत्ते ८८-७ इथिकहभत्तदेसे २७२ - १८ अहिणवणिरुद्धबंदी ११२-६ आलप्पालपसत्तो ३७-८ इत्थिपसुपंडयवजियाए २२१-२५ अहिणवदिदइयसुह १६०-२४ आलप्पालपसंगी २३१ - १ इत्थीलिंगे सिद्धा २७७-३० अहिणवसिरीससामा १-१० आलप्पालारंभ मा कुण ८१-२५ इमिणा रूवेण इमो ४९-३३ अंगम्मि तस्स ताव य ९४-२९ आलप्पालिय रे रे २५२-२२ इय अट्ठारस देसी १५३ -१२ अंगम्मि सो पएसो णस्थि २५-३२ आलिंगइ बाहाहिँ २२५ -१६ इय अवरोप्परसत्ता १८९-१७ अंगाई उवंगाई १२९ - १३ | आलिंगयंति सहियं बालं २६-२६ इय असमंजसघडणा ६४-१९ अंगाई वलंति समूससंति २६-२४ आलिंगिय पि मुंचइ ६६-१९ इय असुईसंबंधं ८२-६ अंडयपोत्तयजरजा . १४३ -११ आलेक्खगीयवाइय १५०-२३ इय आरंभविहूणं ६६-२४ अंतो असुइसयभं २२५-२६ आलेक्खं गढें जोइसं २२ - १ इय एए रागमणा २५७ -१३ अंतोणिहित्तसुपुरिस १७-१६ अंतोमुहुत्तमत्तं आलोइयम्मि मरण २७६ - २० इय एक्केक्कमसोहा आलोयणाए अरिहा अंधारियदिसियक्त २७३ - १६ १०६-११ इय एत्थ अईयारो २७० -२५ आवलियदीहलंगूल अंबाए ताय कहिये २९ - २१ २६६-७ इय एदिसे पभाए १४१-१० आसण्णदइयसंगम ८३-१४ इय एवं चिय अइ आ आसस मुद्धे...एवं २६५ -९ इय एरिसम्मि काले २५३-२३ आइटुं जइ मुणिणा १५८-११ आसस मुद्धे...चडुलं २६५ -७ इय एरिसहलहलयं ९६-२५ आई कजि मत्त गय १५२ -११ आसस मुद्धे ...चवलं २६५-८ आउच्छिऊण गुरुणो २६१-२९ इय एरिसं असारं ८१-१५ आसस मुद्धे...विहडइ २६५ - ६ १३५ -१७ आउज्जाणं तुरयाण इय एरिसे पओसे २२ -३ आसस मुद्धे...सरल २६५ - ५ ८३-३१ आउयकम्मं च पुणो इय एरिसे पओसे २८०-९ आसस्स पुण पमाणं २३ - २५ आगासवप्पणयरे इय एरिसे पभाए १९८-१३ २८२-१३ आसंधिऊण घरमा पण घरमा- २३४-२५ आणेऊण घराओ रण्णे १०८-९ इय एवमाइअण्णाण २१९-२७ आसं वसह पसु वा २३१-७ आपूरमाणगब्भा इय एवं परमत्थे २०२-९ आमोसहिणो वंदे आसाविणडियतण्हालुएहिँ ३० - १८ २८३-१५ १८१-१३ इय एवं भणमाणी आयण्णपूरियसरो २२३-१५ आसासियणिययबलं १३६ - १० इय एस गणिजंती २८४-८ आयरियणमोक्कारो २७८-२१ आसि इमो वि तवस्सी ८१ - ११ इय एस समत्त चिय २८४-९ आयरियणमोक्कारो २७८-२२ आसि इमो वि वियड्डो ८१ -९ इय कमलमुही रम्मा ९४-२३ आयरियणमोक्कारो २७८-२० आसि तिकम्माभिरओ २८२ - १९ इय किंचिमेत्तकारण ३१- ६१ आयल्लयवुत्तो १८१-२३ आसीविसे य वंदे २८३ - ३८ इय किंचिमत्तघडिओ २६-१४ आयंबदीहरच्छो आहारट्ठा पेच्छसु १८९ - ४ | इय कीरिमोरिसारंगि १८१-२४ आयंबिरदीहरपम्हलाई १६३ -२६ | आहारयदेवहरे २८३ - ३५ | इय केत्तियं व भणिमो ३१-२५ आयाणभंडमेत्ते २७० -२० आहारयदेहधरे २८४ - २ इय कोहमाणमाया ८२-७ आयारधराण णमो २७८-९ । आहारं पिव जुज्जइ २२१-१६ । इय गोयम जो विरओ २३० -११ आरणअञ्चुयभेएहिं १४३ - १९ | आहेडयं उवगओ १८५ - २८ | इय चिंतंतो चिय सो १३९-३० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002778
Book TitleKuvalayamala Part 2
Original Sutra AuthorUdyotansuri
AuthorA N Upadhye
PublisherBharatiya Vidya Bhavan
Publication Year1970
Total Pages368
LanguageSanskrit, English
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy