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सिंघी जैनशास्त्र शिक्षापीठ सिंघी जैन ग्रन्थमाला-ग्रन्थांक ४६ प्रधान संपादक -आचार्य जिनविजय मुनि
दाक्षिण्यचिह्नाक-श्रीमद्-उद्योतनसूरिविरचिता
कुवलयमाला (प्राकृतभाषानिबद्धा चम्पूस्वरूपा महाकथा )
द्वितीय भाग अंग्रेजी प्रस्तावना, टिप्पणी, परिशिष्ट इत्यादि
रत्नप्रभसूरि-विरचिता कुवलयमाला-कथा
संपादक
डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये डीन, कलाविभाग, शिवाजी विद्यापीठ, कोल्हापुर
भारतीय विद्या भवन
चौपाटी, मुंबई-७
१९७०
मूल्य रु. २५
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