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उज्जोयणसूरिविरद्दया
[६१०१
१०१) तो एवम्मि एरिसे वसंत समय तरुवर सादाविद इद दी माला-कल-शेला हिंदोलमाण- बेलद्दल- 1 विलासिणी - विलास-गिजमाण- मणहरे महु-मास-माहवी-मयरंदामोय-मुइय-मउम्मत्त महुयर- रुइराराव -मण हर-रुणरुणंत जुवलजुवइ-3 -जये सो माणभडो गाम- जुवाण बंद समग्गो अंदोलए अंडोलेउमाढतो । भणियं च जुवाण-जगेण तालं दाऊण 'भो भो : गाम योद्दा जिमुव
'जो जस्स हियय - दइओ णीसंकं अज तस्स किर गोतं । गाएयव्वगवस्सं एत्थ हु सवहो ण अण्णस्स ॥'
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6 पडिवणं च सच्णं चेय गाम- जुवाण जगेणं । भणियं च सहत्थ ताल - हसिरेहिं 'रे रे सच सचं सुंदरं सुंदरं च संलत्त । जो 8 जस्स पिओ तस्स इर अज गोतं गाएयन्त्रं अंदोलयारूढएहिं ण अण्णस्स । अवि य ।
सोदग्ग-मम्मत्ता ज थिय जा दूवाओ महिलाओ ताणं इमाण नवरं सोही पाय होई ॥'
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9 एवं च भणिए गियय-पियाणं चेय पुरओ गाइडं पयत्ता हिंदोलयारूढा । तओ को वि गोरी गायइ, को वि सामलियं, 8 को चितरंगी को विलुप्पी को वि पडम दलछति ।
१०२) एवं च परिवाडी समारुडो माणभडो अंदोर, अस्खितो व अंदोल वाण जगेण वो विव12 जायाए गोरीए मय-सिवच्छी पुरओ गार्ड पयतो इनं च दुबइ-खंड
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परहुय-महुर-सह-कल- कूविय-सयल वर्णतरालए। कुसुमामोय- भुइय-मत्त भमरउल- रंगत-सणाहए ॥ बहु-मयरंद-चंद-णीसंदिर - भरिय - दिसा विभायए । जुवइ जुवाण- जुवल-हिं दो लिर - गीय-रवाणुरायए ॥ एरिसम्म वसंतऍ जइ सा गीलुप्पलच्छिया परें । आलिंगिज्जइ मुद्रिय सामा विरहूसुएहिँ अंगेहिं ॥ एवं सामाए गोजिमा सुणिऊ सा तस्स जाया सरिस-गाम- जुबई तरुणीहिं जुम्मसुरा-पान-मडम्मत्त-विलालावअपरीहिं काहिं वि हसिना, काहिं वि गोलिया, काहिं वि पहया, कार्डि विव्शिाया, काहिं वि बिंदिया, काहिं विजिया, 18 काहिं चि अणुसोइयत्ति भणिया य हलाहला, अम्हे चिंतेमो तुझ जोवण-रूप हायण्ण-पण्ण-विष्णा-गाण-विलास- 18 लास-गुण-वियक्खित्त-हियओ एस ते पई अगं महिलियं मणसा विण पेच्छइ । जाव तुम गोरी मयच्छि च उज्झि अण के पि साम-सुंदरं गाइड समाहत्तो, ता संपर्क तुझ मरेिडे जुन' ति भणमानीहिं पोलिज्माणी । 21 ते लावि पत्ता इमे च णिसामिऊ चिंति पयत्ता हिषए णिहित्त-सहा चित्र वसणी 'अहो इमिणा मम पिययमेण 21 सहियरस व पुरजो ण छाया-रखने की अहो हिणिया, अहो मिलनया, अहो जिगेहया, अहो वा सया, अहो भिय्या, अहो णिग्विणया, जेण पडिवक्ख-वण्ण-खलण-पडिभेयं कुणमाणेण महंतं दुक्ख पात्रिया । ता 24 मई एवं त्रियानिय सोहगाए ण जुतं जीवि । अधि य ।
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पवित्र गोविनाणि-पद-पाय-दुनिया दोहमा दूमियाए महिलाए किं व जीर्ण ॥ इमे च चिंतिकण वस्त्र महिला चंद्रस्व मज्झालो णिक्खमिडं इच्छ, ण य से अंतरं पाव वा व
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बहु-वण-कुंकुम वास-रद्वय पूलि-मइगो । बच्चइ उणम्मि पहाउं अवर-समुद-वहं सूरो ॥
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जह जह अल्लियइ रवी तुरियं तुंगम्मि अत्थ- सिहरम्मि । तह तह मग्गालग्गं धावइ तम-नियर-रिव-सेण्णं ॥ सयल - णिरुद्ध - दिसिव हो पूरिय-कर-पसर- दूसह-पयावो । तिमिरेण णरिंदेण व खगेण सूरो वि कह खविओ ॥ अत्थमिय-सूर - मंडल-सुण्णे णयल-रणंगणा भोए । वियरइ कज्जल-सामं रक्खस चंद्र व तम-विहं ॥
१०३) एयम्मि एरिसे अवसरे दरिउम्मत दिसा करि-कसिण-महामुडे विष पलंचिए अंधारे गाव सत्याओ सा इमरस महिला चिंतियं च जाए। 'कहिं उण इमे दोहा-ककदूसि अत्ता बाबाइया होई । 33 अहवा जाणियं सए, इमं वण-संड, एत्थ परिसिऊण बाबाइस्सं अहया ण रथ, जेण सम्यं चेय अन उज्जाणवत
1 ) तरुयर, P टोला for दोला. 2 ) 3 मगहरो, Jom. मुख्य मयुम्मत्त, P मुश्यमणुत्त for गउम्मत्त, रुश्रावमण, रुरुर्णेत. 3 ) जो for जगे, P अंदोलिए, P भो भो भो. 4 ) J गागवोदुहा. 5) हियश्दो, समहो. 6) य डिवण्णं for पटवणं, P जुवाणवणेण, सहत्थयाल, P हसिएहिं, 3 om. च. 7 ) P तस्स किर, Pom. अज, अदोलयारूढेहिं. 8) P मओम्मत्ता. 9 ) P चेव, J पवत्ता P पयत्तो, P हिंदोलयारूढो कं कोवि गोरियं, J कोई for कवि, गाय, सामलिं 10) सामलंगिं for तणुयंगी. 11 ) Jom च, P अक्खित्त, 3 अंदोलउ 12 ) P जाए for जायाए, सिलिचडीए 13 ) P वगंतरालोए, P भमरालि for भमरडल, रणंतसयसगाइए. 14 ) P मंद for चंद्र दिसाविहायए । रवाणुराईए. 15) P जहया for जइ सा, णिलुप्पलच्छिया P नीलुप्पलच्छिया, उपयतएण P पयत्तगए for पमएँ (emended ), JP मुखिया, विरहूस अंगहिं, P विहसुए हिं, 16 ) P एयं च सा, P om. सा, सरिसा व मयुम्भत्त, P पाणमत्तविलालीव. 17 )काहिं विin all places, P काहिं मि in all places, Pom. काहिं वि पया, गिज्याइया, Jom. काहिं विनिंदिया काहि वय18) ? अणुसोचिय, अहिं विमो, "तु for विभाग यावयवि हियया अन्नं. 19 ) P तुमं गोरिं, P उज्झिय अन्नं किंपि समासुंदरि 20 ) P पयतो for समाढत्तो. P नोलिजमाणी खेल्ला. 21) P पत्ता for पत्ता, P मम विषण सहियायणस्स पुरओ 22 ) निक्लिन्नया अहो निलच्छया. 23) निधिणयया. 24) J एयं. 26) P निक्खिविओ for क्खिमिउं, P निय for ण य. 27 ) वासरभुभूलिमइलंग्गो (note the form of अ ), P रइद्भूय. 28 ) P निवु for रिवु. 29 ) अयल for सयल, P मर्रिदेश, P सूरो कह 30 P सुण for सुष्णे, P रणंगणोहोए, P रक्खसं. 31 ) Jom. दरि, P दरियुमत्त, P महामुढवडे विलंबिए अंध, Jom. अंध्यारे, उ ताओ before जुवद- 32 ) P इ only for इमस्स, P विचितियं, P कई पुण दूसिउं हृत्ताणं for अत्ताणं. 33 ) P अवि य for अहवा. om. अज
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Pom, उज्जाण.
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