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उज्जोयणस्रिविरइया
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1 घोराणलं ध्व । लंकाउरिजइसिया, पवय-चंद्र-भज्जत महासाल- पलास संकुल व्वति । अवि य कहिंचि मत्त मायंग- 1 भजमाण- चंदण-यण-जिम्मव सुरहि-परिमला, कहिंचि घोर-वग्ध-चवेडा-बाय-णिय-वण-महिस रुहिरारुणा, कर्हिचि दरिय 3 हरि-हर-पहर-करि-सिर-णीहरंत- तार-मुत्तावयर - निरंतर - रेहिरा, कहिंचि पक्कल-महा - कोल-दाढाभिघाय घाइजेत-मत्त-वण- 8 महिसा कर्हिचि मत-मदा-महिस-त-गवड-संघट्ट- सद्-भीसणा, कहिंचि पुलिंद- सुंदरी-चंद्र-समुचीयमाण- गुंजाहला, कहिंचि दच दज्झमाण- वेणु-वण- फुडिय- फुड-मुत्साहलुजला, कहिंचि किराय-विहाणुहम्ममाण-मय-कुला, कर्हिचि पवय6 वंद्र - संचरंत बुक्कार - राव भीसणा, कहिंचि खर- फरुस - चीरि- विराव - राविया, कहिंचि उद्दंड तड्डविय सिहंडि-कलाव- रेहिरा, कहिंचि महु-मत्त मुइय-भमिर- भमर झंकार- राव-मणहरा, कहिंचि फल-समिद्धि-मुद्दय कीर - किलिकिलेंत - सद- सुंदरा, कहिंचि वाल- मेत्त-मुज्झंत- हम्ममाण- चमर-चामरि-गणा, कहिंचि उद्दाम संचरंत-वण-तुरंग- हेसा-रव-गभिणा, कर्हिचि किराय-डिंभ9 हम्ममाण - महु-भामरा, कहिंचि किंगर-मिहुण-संगीय-महुर- गीयायण्णण-रस- वसागय-मिलंत णिच्चल-ट्ठिय-गय- गवय-मयउल त्ति । अवि य ।
सललिय-वण-किंकिराया वहा साई वेणु-हिवाल तालाउला साव- सज्जजुणा-र्णिव- बबूल-बोरी-कर्यबंद- जंगू- महापाडलासोग- पुण्णाग - नागाउला। कुसुम-मर- विभग्ग फुलाहिं साठाहिं सचच्छयामोय-मनंत-गाना-बिहंगेहिं सारंग-बंद्रेहिं कोलाहलुद्दाम शंकार- विद्दाव माणेहिं ता चामरी सेरि- सरपेहि रम्माउला । पसरिय- सिरिचंदणामोय-लुद्दा लि-झंकार- रावाणुबज्झत-दप्पुद्धुरं सीह साचेहिँ हम्मंत-मायंग-कुंभत्थलुच्छल-मुत्ताहलुग्वाय- 15 पेरंत - गुंजत-तारेहिं सा रेहिरा । सवर-नियर-सद्-गद्दभ-पूरंत बोकार-बीइच्छ-सारंग धाव-वेयाणिलुदय फुलित साहीण- साधा-विलगावडते हि फुलेहिंसा सोहिय चि । भवि य । 18 बहु- सावच सेविय भी सण बहु-ख-सहरस- समाउलवं बहु-सेल-नई सब-दुमामयं इव पेच्छतं कुमरो वणवं ॥ ति ६३) तं च तारिखं छतो महा-भीसणं वर्णतरं कुमारो कुवलयचंदो असंभंतो मयवइ किसोरओ इव जान पोवंतर 21 वच्चइ ताव पेच्छइ
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खेति वग्ध-यस मुद्दए कीहंति केसरि गईदे । मय-दीविए वि समयं विहरति असंकिय-पयारे ॥ पेच्छइ य तुरय- महिसे संगग्गुलिहण-सुह-निमीलच्छे कोल-वराहे राहे अवशेप्पर-फेलि-कय-हरिसे ॥ हरि-सर की पेच्छइ रणं-दुरेह-मजारे । अहि-मंगुले व समय कोलिय-काए य रुक्सग्गे ॥ अणोण-विरुद्वाइँ वि इय राय-सुओ समं पलोएइ । वीसंभ-णिब्भर-रसे सयले वण-सावए तत्थ ॥ समो एवं चरितं पुलोइऊण चिंवियं कुमार-कुवलयचंदेण । 'अय्यो, किं पि विम्हावणीयं एवं ति । जेण
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अण्णोष्ण-विरुद्वाइँ वि जाइँ पढिज्जति सयल-सत्थेसु । इह ताइँ चिय रह-संगयाइँ एयं तु भच्छरियं ॥
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ता केण उण कारणेण इमं एरिसं ति । अहवा चिंतेमि ताव । हूं, होइ विरुद्वाण वि उपाय-काले पेम्मं, पेम्म-परवसाण कलहो चि । जहवा ण होइ एसो उप्पाओ, जेण सिद्धि-स्सरा अवशेप्परं केलि-मुइया संत-दिसिद्धाणेसु चिठ्ठति, उप्पायर पुण 30 दिस-सरा दित्त द्वाण-ट्टिया व अणवरयं सुइ-विरसं करपरैति सठण-तावय-गणा। एए पुण एवं ति । तेण जाणिमो न उपाओत्ति । ता किं पुण इमं होजा । अहवा जाणियं मए । कोइ एत्थ महारिसी महप्पा संणिहिओ परिवसइ । तस्स भगवओ उवसम-प्पभावेण विरुद्वाणं पि पेम्मं अवरोप्परं सउण- सावयाणं जायइति । एवं च चिंतयंतो कुमार - कुवलयचंदो 33 जाव वच्चइ थोवंतरं ताव
अद्द-गिद्ध-बहल-पत्तल-णीलुब्वेलंत- किसलय-सणाहं । पेच्छइ कुवलयचंदो महावर्ड जलय-वंद्र व ॥
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1 ) व for व्व, P चंदु for वंद्र, संकुलं च. 2 ) P सुरभि, हद्द for घाय, J om. णिद्य. 3 ) P नियर for णिरंतर, Pom. मत्त. 4 ) P गुंजाफला 5 ) P घेणुधण for वेणुवण, कहिं किराय, P "णुगम्ममाणगय उला. 6 ) चिरिविराय, तद्दृषि, P तडवियट 7 > Pom. भमिर, दल for फल, P किलिगिलंत. 8 ) P तुरंगमहिंसारव 9 ) P ट्टियागय. 11)P नव for वण, JP किंकिराय, P माउला for तालाउला, P सज्जुज्जणा, P वब्भूलया, P कथंबजंबूयहवाच्या सोयपुण्णायनायाउला. 13 ) विहग, फुले for मज्जत, P झंकारादियमणिहो. 14 ) P सरि for सेरि. 15) P -बुज्झतदुप्पुद्धरं, मुत्ताहलप्पाय, P मुत्ताफलुग्धाया फेरंतकुज्जतारहिं च सा. 16 > Jom तारेहिं सा. 17 ) P वोक्काहिं वी मच्छ, वेताणिलुठ्ठा, वलीलया for
फुलिल, P विवग्गावड, Pom. फुलेहिं, सु for सा. J 18 ) Pom. अवि य. 19 > P सहस्सउ समा, om. ति. 20 ) P कुमारकुव, Pमयमवई किसोरोउविजइ जाव. 22P खेति श्यामेवदीवहिं समयं पयारो 23 ) P तुरियमहिसो P लेहणा, P वराहराहे- 24 ) P कीलंतो, दुरेय P दुरेहि, 26) एयं for एवं, P पुलइऊण, P इमं ति । तेण for एयं etc. एसो, जेण ण, P जेणासनिद्ध, P ट्ठाणे महप्पा, Pom. सु चिट्ठति, सउण, P जायति एयं for एवं, P विचितयंतो
मंगुसेहि, Pom. य. 25 व for वि, P रायमुयमुयं पलों 27 > कह for रइ. 28 ) P हुं. 29 ) P एरिसों for उप्पायए to एत्थ महारिसी. 32 ) भगवतो, सवण for 34 ) P निद्धता, नीलवेलंत, J चंदु व्व P चंदं व.
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