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उण दुक्खं।
तम्हा जीव
पुच्छियं ग
-६३४१]
कुवलयमाला 1कख, विगिंचेह विइकिच्छं, पमाएह कुसमय-पसंसं।
सम्मत्त-सार-रहिए मा सज्जह उत्तुणे पर-कुतित्थे। मिच्छत्त-वद्धणं भो होइ कयं अलिय-वयणं च त्ति ॥ तम्हा, 3 जई छुब्भह पायाले पल्हत्थिजह गिरिस्स टंकम्मि । जइ हिज्जइ कह वि सिरं मा मुंचह तह वि जिणवयणं । ति ।
३३९) एयं दसण-रयणं णाणं पुण सुणसु ज मए भणियं । एक्कारसंग-चोद्दस-पुवं मत्थं च वित्थरियं ॥ एक्कम्मि वि जम्मि पदे संवेयं कुणइ वीयराग-मए । तं तस्स होइ णाणं जेण विरागत्तणमुवेइ ॥ 6 किं बहुणा वि सुएणं किं वा बहुणा वि एत्थ पढिएणं । एक्कम्मि वि वढ्ता पयम्मि बहुए गया सिद्धिं ॥ तम्हा करेसु जत्तं दसण-चरणेसु सव्व-भावेणं । दसण-चरणेहिँ विणा ण सिज्झिरे णाण-सहिया वि ॥
३४०)णागेण होइ किरिया किरिया कीरइ परस्स उवएसो । चारित्ते कुणह मणं तं पंच-महव्वए होइ ॥ 9 पाणिवहालिय-वयणं अदिण्णदाणं च मेहुणं चेय । होइ परिग्गह-सहियं एएसु य संजमो चरणं ॥
एयाई पावयाइं परिवजेतो करेसु विरई तु । इह परलोए दुह-कारयाई वीरेण भणियाई॥
जो हिंसओ जियाणं णिचं उव्वेय-कारओ पावो । असुहो वेराबंधो वेरेण ण मुच्चइ कया वि ॥ 12 गिदिजइ सव्व-जणे वह-बंधं घाय-दुक्ख-मरणं वा । पावइ इ चिय णरो पर-लोए पावए णरयं ॥
सव्वं च इमं दुक्खं जं मारिजइ जिओ उ रसमाणो । जह अप्पा तह य परो इच्छइ सोक्खं ण उण दुक्खं ॥
जह मम ण पियं दुक्खं सोक्खत्थी जह अहं सजीयस्स । एमेव परो वि जिओ तम्हा जीवाण कुण अभयं ॥ 16 ३ ४१)एवं च साहिए भगवया तित्थयरेण पुच्छिय गणहर-देवेण 'भगवं, कहं पुण हिंसा भण्णइ' । 15 भगवया भणियं।
जीवो अणादि-णिहणो सो कह मारिजए जणेण इहं । देहतर-संकमणं कीरइ जऍ णाम तस्सेय ॥ 18 एक्के भणंति एवं अण्णे उण वाइणो जहा सुहुमो । ण य सो केणइ जीवो मारिजइ णेय सो मरइ॥
अण्णे भणंति पुरिसा सव्व-गओ एस तस्स कह घाओ। अण्णे पुण पडिवण्णा अणुमेत्तो केण सो वहिओ ॥ अवरे भणंति एवं उड्व-गई किर जिओ सभावेण । अच्छइ देह-णिबद्धो जो मोयइ धम्मिओ सो ह॥ अवरे भणंति कुगइच्छूढो अह एस अच्छइ वराओ । अह जोणि-विप्पमुको वच्चउ सुगईसु आवेओ ॥ अण्णे भणंति मूढा पुराण-घरयाउ पइसइ णवम्मि । को तस्स होइ पीडा देहतर-संकमे भणसु॥ अण्णे भणंति पुरिसा एएणं मारिओ अहं पुचि । तेण मए मारिजइ दिनइ तस्सेय जो देइ ॥ अवरे विहियं ति इमं इमस्स जायस्स मरण-जम्मं वा । तं होज अवसयं चिय मिस-मेत्तो मज्झ अवराहो ॥ अवरे भणति विहिणा एसो अह पेसिओ महं वज्झो । तस्सेव होउ पुण्ण पावं वा मज्झ किं एत्थ ॥ अण्णे पुण पडिवण्णा कम्म-वसो कम्म-चोइओ जीवो । कम्मेणं मारिजइ मारेइ य कम्म-परयत्तो ॥ इय एवमाइ-अण्णाण-वाइणो ज भणंति समएसुं । तं सवं अलियं चिय जीव-वहे होंति दोसाई॥ जीवो अणाइ-णिहणो सच्चं देहतरम्मि संकमइ । देहाओ से ण सुहं विउज्जए होइ दुक्खं से ॥
ऊसास-इंदियाई अभितर-बाहिरा इमे पाणा । ताणं विओय-करणं पमत्त-जोएण सा हिंसा ॥ 30 अह तेहिँ विउजतस्स तस्स जीवस्स दुस्सहं दुक्खं । जं उप्पज्जइ देहे अह पावो तस्स सो भणिओ॥
तिल-तल्लाण परोप्परमणुगय-सरिसस्स जीव-देहस्स । दुक्खं ताण विओओ कीरइ जो कुणइ सो पावो ॥ ति । एवं च साहिए सुरासुर-गुरुणा पुच्छियं भगवया गोयम-सामिणा 'भगवं, इमं पुण पाणाइवाय-वेरमणं महावय-रयणं । 33 केरिसेण पुरिसेण रक्खिउं तीरइ' त्ति । भगवया भणियं ।
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1) विगिच्छेह, J विगिच्छं, P कुसुमय. 2) J सामत्थं व for मा सज्जह, J परकुडिच्छे।, P सो for भो, P कणं for कयं, P . om. तम्हा. 3)Pपायालो,J पण्हे छिज्जह, P कहं वि. 4) पुण भणसु, P पुच्छ for पुव्वं,J अण्णं for अत्यं. 5) Pएकमि जो पयंमी संवेगं, J वीतरागमते " वीयमण, I ता for तं, 1 जोण for जेण. 6) Jom. वि before एत्थ. 7)P करेसु जुत्तं, P चरणेगसु, I दसणवरणेसु विणा-8) I om. one किरिया, P कीरस्सइ, Pउवएसा. 10) IP एताई, P पडिवज्जतो,
ति for तु, P दुह, काई वीरेण, J वीरेहि. 11) Jणहिमओ for हिंसओ, P उबियकारणो, J असुहो रोद्दाबंधो, I कयाइ ।।. 12)Jadds ण before वहबंधं, वहबंधधाय,Jणरओ for णरयं. 13 जयंमि for उ, विfor य,J सोक्खे. 14)
अब्भयं, 15) तित्थंकरेण, J गणधर-, Pinter. कहं& पुण. 17) P अणाइ-, Pसो किर माणिज्जए जणिण इहं,J जाण माण for जऍणाम, P जय for जए. 18) J पुण for उण, P वाइणा, P क्खेण वि for केणइ, P adds त्ति after मरइ. 19)P को for कह, P अवरे उण for अण्णे पुण, I अणुमेत्ता. 20) Pएयं उगती, P सहावेण, P जो मायाइ, P साहू for सोहु. 21) J कुगई', विप्पवुत्तो, मुच्चद for वच्चउ, P सुगई सुयावेयो. 23) P पुवं, Pom. दिज्जइ, P वेइ for देइ. 24) जीवस्स for जायस्स, होद for होज. 25) I तरसेय P तरसव, Pजोओ for होउ. 26) Pउण for पुण, P पडिवन्नो, न परियत्तो. 27) Jएवमाति अण्णाणवातिणो, P अन्नाणवाणो भणंति, P होइ for होति. 28) J संभमइ for संकमइ, P सो ण य अहं सो ण सुहं for से ण सुहं ( emended). 29) Pइंदियाइं भवति अभितरा इमे, J भवे for इमे, P ताओ for ताणं, J अमत्तजोएण. 30) Pom. तस्स. 31) Pतिल्लतेल्लाण, सरिसं जिअस्स देहरस, P for जो.32) P पुच्छिउं, गोतम, P गोयमगणहारिणा, पाणातिवातविरमण महावयणरयणं, P पाणातिपात, P महावइरयणं. 33) Jom. पुरिसेग.
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