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उज्जोयणसूरिविरहया
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[1] जल-पहलमान पीई तरंग-भंग-भंगुर विवरंत मच्छ-पुच्छच्छा-मुत्साहल हर किय दीसंति सरवर, भाविप एवासरण संसार-मदादुल गन बिसलाय यावद पशुक-वरिसा-कष्पत्याग-संठिया जायावैति 3 साहु-भडरय व न्ति । अवि य,
सिसिरेण कोण खविनो सिसिर-पवार्यत मउय-पवणेण पर-मंस-पिंड-पुडे जंबुव-सुणए पमोचून ॥
६ २०३ ) इमम्मि एरिसे काले सुसुहेण अच्छमाणागं कुवलयमाला कुवलयचंदा अम्मि दियहे सदाविनो 6 राइणा संवारो 'भो भो गणित कुवलयमाला विवाह-हग्गं ति । तेण भणिये 'देव तहिं गणेमाणेण इमं सोहि तं जहा । इमस्स जम्म-णक्खत्तस्स उवचयकरो सीयकिरणो, सुवण्णदो सहस्सरस्सी, पुत्त-लाभयरो वहस्सई, भोग-करो बुधरापुतो कुटुंब-विजय-करो धरणीसुओ, बुिदरो उसगयो, भूमि-लाभयरो समिच्छरो ति । अयं च निवर्त्त 9 उत्तरायणं, बलियं लग्गं, सयल-दिट्टिणो सोम्मा, पाय दिट्टिणों पावा, ण पीडियं गब्भादाणं, अणबहुथं जम्म-णक्खत्तं, अपीडियं 9 जम्, सुकम्म-चि-जोओ। सञ्चहा ण विरुवं मडुतरेणानि चक्रण णिरुवि चुकेच जमिमं लता वाल वासाणं मज्झे ण एरिसो लग्ग-जोओ सुज्झइ ति । जारिसो एस फग्गुण-सुद्ध पक्ख-पंचमीए बुधवारे साती- सुणक्खत्ते 12 राईए बोलीणे पढम-जामे दुइय-जामस्स भरियासु चउसु घडियासु पंचमाए णालीए दोसु पाणियवलेसु पाऊण करिसा - 12 हिए बोली सिंघे उयमागे कण्णे पुरीए मए संसे परिणीया दारिया जर तभी दीदा से भत्ता, विर अविवा, सुहवा बसीकय-भतारा, धर्म कोडी-गणनाहिं, एको से पुरइ-सारो पुत्तो, भोय-भाइणी, पच्छा धम्म-भाइणी, 16 पढमं भतारनो मरणं ण अण्णह' ति भणिए गणपुर्ण, णरवणा वि 'वह' त्ति पडिवलिय 'कला' ति भणमाणेण 15 णिवेइयं तं कुमारस्स । 'कुमार वच्छ, बहुयं कालंतरं तुह कुवलयमालाए णियय-विण्णाण सत्त-सहाव - पुण्व - जम्मज्जियाए वि विभोग-दुक्ख - वित्थरो कओ । ता संपयं इमीए पंचमीए गेण्हसु परम कल्लाण- मंगलेहिं गुरूणं आसीसाए देवाणं पहावेण से करं 18 करेणं बालियाए' त्ति । कुमारेण भणियं 'जहा महाराओ आणवेइ'त्ति । णिवेइयं कुवलयमालाय वि तओ हियय-दइय- 18 संगम- सुदलियणायण्णन पहरिस- वसूस रोगंच कंसलडिय मुणाल-बाल- लडिय कोमल बाहुल्या चिर-तियसंवत-मणोरदार माण-हियय दलदला भुषणे विमाइ ण पवत्ता किंचि तम्मि रायडले कीरिडं पय अधिव 2 मुसुमुरिति चण्याई, पुणिबंति सहिण-समियाओ, सकारिजति बंद-सजाई, उयविनेति भवखाई, माहरिजति 21 कुलालई, कीरति मंच-सालाओ, विरइति धवलहरई रद्दचए वर-वेई, कीरंति उल्लोष, परिक्खिजेति रचणाई. उपिज्जति तुरंगमा पणामिज्जति करिवरा, णिमंतिजए रायलोओ, पेसिजंति लेह वाहयए आमंतिजए बंधुयणो, 24 मंडलए भवगोयरं धवलिति मिशीओ, पडिलए कलधोवं वविजति जनेकुरा णमंसिजति देवयानो, सोहिनंति 24 णयर-रच्छानो, फालिजति पढो सीविजति कुप्यासया, कीरति भगवदा, रहजति चारुचामरी-पिच्छ-पन्भारई
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"
ति । सव्वहा
सो णत्थि कोइ पुरिसो महिला वा तम्मि णयर-मज्झम्मि । जो ण विहलष्फलओ कुवलयमाला - विवाहेण ॥
सो को वि णत्थि पुरिसो कुवलयचंदो ण जस्स हिययम्मि । ण य सा पुरीए महिला कुवलयमाला ण जा भरइ ॥ $ २७४ ) एवं च होत- विवाह-महूसव वावडस्स जणस्स संपत्तो सो दियहो । केरिसो ।
1) Pom. जल, P वीर,
9 ) P सोमा
J
कणय घडिओ व्व एसो अमय रसासाय- वड्ढिय सरीरो । सोहग्ग- णिम्मिओ इव विवाह - दियो समणुपत्तो ॥ तस्मिय दिन कुवलयमाला जणणी होत जामाओ व गुरु-सह-पसर-र-रोमंच से सलिल-राहार पमक्खियो कुमारो । तओ कयं से जहा- विहीए सिद्धत्थक्खय-सत्थिय-मंगलोयारणयं । कयाणि य से गियय- वंस-कुल- देस-वेस-समयट्ठाई च्छडाघायुलसंत Pच्छडादयुलसंत, ए -लवालंकित, P सरवरा अवि य भाविया. 2 ) " सज्झाय ज्झाणक, वावरपम्मुक्क, P पमुक्का, कप्पायावणासंठियायायेंति साहुण भडरय वत्ति. 4) P पयायत्तमउयवणेण । परमासवसापुढं एक्क चिय जंबुयं मोतुं ॥. 5) कंडावियो for सदाि 6 ) गणितं, Pom. तेग भगियं, देव अनि गणमाणेग. 7 ) P 9. तं सहस्रासी, बुहस्सती, भोगयरो बुहरायउत्तो कुटुंब. 8 रायपुर ि पातट्टिणो, P पीडित गब्भदाणं, अणवहुतं । अगुवद्दुतं, JP अपीडितं. 10 ) P सुकम्मा, P अत्तरे गावी, जइ संलग्गं, Jom.लग्गं ॥ 11 > P inter. एरिसो & ण (न), P फयुणद्धपक्ख, सातीतुं णक्खन्त P रेवतिणक्खत्ते. 12) दुतिअजामरस, P पंचमाराएणाली, P पाणियले पाउण 13) J उअमाण, P पूरिए संखे, P दीहाओ P भत्तारे. 14 ) P अवहिवावसीकय भत्तारो घणकोडीन गणाहिं, P सारो पत्तो पच्छा ? transposes भोगभाइणी before पढमं. 15) P मइरणं. 16 ) Pom. तं, J om. कुमारवच्छ, P सत्तसुहाव 17 विउअ for विओग. 18 ) P जर महाराय, P कुवलयमालाइ वि. 19 ) P वसुच्छलंत, सयल for सललिय 20 ) P सयवत्त for संवयंत, P हलाहला, P माइओ ण, किंच for किंचि. 21 ) P मुगति for पुगिज्जंति, P -समिओ करिज्जंति, खज्जई, P खंडकज्जादि उयकिज्जति, भक्खयं. 22 > P पियलिज्जंति धवलहर इज्जएवेती । रइजवरवई, P उल्लोवई, ग्रयणई. 23 ) P लेडवाहया. 24 >P सवणोयरं for भवगो, P मित्तीए, P कलहोयं, Pठविज्जंति, गज्जकुरा for जंवकुरा, देवया, P सोहरिज्जंति देवयाओ णयर-- 25 > P पयडीओ, चमरी पिंछे. inter. ण (न) त्थि and कोवि, पुरीय, P महिला, P कुवलयमाला ग. 27 ) P को वि पुरिसो, णयरि- 28 P 29 ) P मडुरसव- 30 ) । णिम्मि इव, विआह 31 ) P, after तम्मि य दियहो, repeats केरिसो । कणय etc. to दियहे as above, P सहए पमक्खित्तो. मंगला आरवर्ण, P वय for णियय, समय" "समयद्धिती
Pom. णाल.
32 ) P जहा
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