________________
-१९८] कुवलयमाला
११३ मोत्तण चूय-सिहरं पइसइ णव-तिणिस-गुम्म-वण-गहणं । हूं हूं ति बाहरंती णिदाह-डड्ढा व वणराई ॥ कसु पुण पएसेसु किं किं कुणइ गिम्ह-मज्झण्हो । अवि य फुरफुरेइ णीलकंठ-कंटेसु, अंदोलइ मइंद-ललमाण-जीहंदोलणेसु, पीससई थोर-करिवर-करेसु, पज्जलइ दवाणलेसु, धूमायइ दिसा-मुहेसु, धाहावइ चीरी-रुएसु, णचइ मयतण्हा-जल-तरंग- 3 गेसु, संठाइ विंझ-सिहरेसु, मूयलिजइ महाणईसुं ति । अवि य ।
उग्गाइ हसह गायइ णयइ णीससइ जलइ धूमाइ । उम्मत्तआ ब्व गिम्हो ण णजए किं व पडिवणो । केसु पुण पएसेसु गिम्ह-मज्झण्हं वोलावेंति जंतुणो। अवि य महावण-णिउंजेसु वण-करि-जूहई, गिरिवर-गुहासु 6 प्रयवइणो, उच्चत्थलीसु सारंग-जूहई, वच्छ-च्छायासु पसु-वंदई, सरिद्दह-कूलेसु गाम-चडय-कुलई, सरवरेसु वण-महिसनूहई, पेरंत-खजणेसु कोलउलई, जालीयलेसु मोरह वंद्रई, पवा-मंडवेसु पहिय-सत्थई ति । अवि य । __सो णन्थि कोइ जीवो जयम्मि सयलम्मि जो ण गिम्हेण । संताविओ जहिच्छं एक चिय रासह मोत्तं ॥ तम्मि य काले पुरवर-सुंदरीओ कइसियओ जायल्लियओ। कप्पूर-रेणु-रय-गुंडियओ सिसिर-पल्लवत्थुरणओ पाडला-दामसणाह-कंठओ मल्लिया-कुसुम-सोहओ पओहर-णिमिय-मुत्ता-हारओ कोमल-तणु-खोम-णिवसणओ धाराहर-संठियओ तालियंटपवण-लुलियालयओ विइण्ण-चंदण-णेडालियओ दीहर-णीसास-खेइयओ साहीण-दइयो वि जइ पिययम-विरहायल्लय- 12 संताव-तवियओ त्ति । अवि य। किंसुय-लयाओ पेच्छह परिवियलिय-रत्त-कुसुम-जोग्गाओ। गिम्ह-पिय-संगमेणं बद्ध-फलाओ व्व दइयाओ ॥ दट्ठण तमाल-वणं देंतं भमराण कुसुम-मयरंदं । उयह विणओणयंगी भमरे पत्थेइ तिणिस-लया ॥ कंद-फलाई पुरओ पासम्मि पिया महुं च पुडएसु । पल्लव-सयणं सिसिरं गिम्हे विंझम्मि वाहाणं ॥ कह कह वि ऐति दियहं मज्झण्हे गाम-तरुण-जुवईओ । अवरण्ह-मज्जण-सुहं गामयलायम्मि भरिरीओ ॥ चिंतिज्जइ जो वि पियत्त गेण हिययम्मि णाम पविसेज । हुय-गिम्ह-तविय-देहो सो चिय तावेइ सुरयम्मि ॥ मज्झण्ह-गिम्ह-ताविय-पवणुद्धय-वालुयाएँ णिवहेण । हिरिमंथए वि जीवे पेच्छह पउलेइ कह सूरो ॥ इय मंडल-वाउली-धूलि-समुच्छलिय-जय-पडायाहिं । धवलुत्तुंगाहिँ जए गिम्हो राया पइविओ। जहिं च बहु-विडयणोवसेन्वो वेसओ जइसियओ होंति गाम-तरुवर-च्छायओ। किमण-दाणई जइसई तण्हाच्छेय-सहई । ण होंति गिरि-णइ-पवाहई । पिययम-विरह-संताव-खेइयओ पउत्थवइया-सरिसियओ होंति णईओ । महापहु-सरीरइं जइसई असुण्ण-पासई होति कुयडयडई। गयवइयओ जइसियओ कलुण-चीरि-विराधेहिं रुयंति महाडईओ। जुण्णधरिणियओ जइसियो बहुप्पसूयभो होति सत्तलियओ। जिणवरोवइट्ठ-किरियओ जइसियो बहुप्फलओ होंति सहयार 24 लयओ त्ति । अवि य । कुसुमाई कोट्टिमयलं चंदण-पंको जलं जलहीया । अवरह-मजणं महिलियाण गिम्हम्मि वावारा ॥
$१९८) एयारिसम्मि य गिम्ह समए तम्मि विंझगिरि-रणम्मि वट्टमाणस्स रायउत्तस्स का उण वेला वहिउँ पयत्ता ।27 अवि य । मयतण्हा-बेलविए तण्हा-वस-कायरे घुरहुरंते । वियरंति सावय-गणे कत्थ वि णीरं विमगते ॥
ओसरयइ डहणो विअ इंदाएँ दिसाएँ जोल्लिओ व्व रवी । ईसाएँ वारुणाएँ वि वइ दोण्हं पि मज्झम्मि ॥ एयारिसे य गिम्ह-मज्झण्ह-समए तम्मि महारग्णम्मि तण्हा-छुहा-किलंत-सरीरो गंतुं पयत्तो । जत्थ य चिरिचिरेंति चीरिओ,
30
1) परस नव-, टुंदु ति वाहारन्ती निदाहाडा व वणराई, णिआह ...बणसबई. 2) Pom. one किं, P किं पुणइ, । मज्मणो, नीलयंठ, मंडल for मयंद, जीहंदोलएसु. 3)P कहावे (for धाहावेद) भीरीरूवेसु, महतण्टाजलतरंगेसु. 4) om. संठाइ विझसिहरेसु, J मूलिजइ महाट इसं. 5) किं चि for किंव. 6) केतु उण, P गिम्हण्, पाणिणो for जंतुणो, P om. अवि य, P जहाई. 7)।" उचच्छली सारंगजहद, सिरिद्दह कुलेनु गामवियडकुलाई सरोवरे गुरणमहिस, सरबरोवरेसु. 8)P कोसल उलई, मोरचंद्रयं ति ( perhaps J too has ति). 9) P जगं मि, P को for जो. 10) P काले खरसुंदरीओ कयसिओ, P कण्णय for कप्पूर, Pगुंडियाउ, J पलवुत्थुरणओ P पलवत्थुरणओ. 11) P भल्लिय, P नमिय for णिमिय. 12) P पवणतुलिया, P वियच for विइण्ण, निढालियाओ, P खेड्ययओ, P दयओ वणिज्जइ विययम विरहाइल्लाय. 14) P केसुय for किंराय, P बहुप्फलाओ. 15) अz for उयह. 16) कंदप्फलाई, P जलं for महुं. 17) Pणेत. भरईओ. 18) P विय for चिय. 19) J हि रिमत्थएव्य जीवे, P सूरा. 20) P जमवडा, P धवलुत्तुगाई, पयट्ठाविओ. 21) P *णोवसेवओ, तरुयरच्छाइयो। किविण, P जइसययं तण्हाय. 22) P गितिनई, P खेइयपउत्थ, P after नईओ repeats किविणई जइसययं तण्हाछेय सहई न होति गिरिन पअओ, Pom. महापहुसरीरइं etc. to गयवइयओ. 23) P कलुणवीररावेहिं. 24) घरिणीओ, होति सल लिओ. 25) P लयाउ त्ति. 26) P वावारो. 27) Pom. य, P वट्टमाणराय', Pऊण for उण. 29) Pवसरकायरे फुरफुरेंते, P वयगते. 30) Jडपो सिय ईदाय दिसाथ, P ईसा घारुणीए, J ईसा (ए added ater) वारुणी. 31) P मज्झणसमए, चिरिचिरेंत चीरियओ झरज्झारेंति ज्झरलीओ। धमधमेति.
15
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org