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42-44. (क) जैन मन्दिर संख्या 10 में मध्यवर्ती (मूर्तियुक्त) तीन स्तम्भ ।
(ख) ................................. (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) अज्ञात ।
(ङ) आदिनाथ, शान्तिनाथ, महावीर आदि जैन तीर्थंकरों का स्तवन है। 45. (क) जैन मन्दिर संख्या 11 की मुख्य मूर्ति (पहली मंजिल के गर्भगृह में
स्थापित)। (ख) तीन पंक्तियाँ। (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) संवत् 1105 । (ङ) वर्मसिंघ, ललितसिंघ और अजितसिंघ आदि के नाम उत्कीर्ण
हैं; अनुमानतः ये मूर्तिसमर्पक होंगे। 46. (क) जैन मन्दिर संख्या 11 में शान्तिनाथ की मूर्ति। (ख) एक पंक्ति।
(ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) अज्ञात। (ङ) इस मूर्ति की स्थापना
भुवनसिंह द्वारा की गयी। 47-48. (क) जैन मन्दिर संख्या 12 के गर्भगृह में उत्तरी एवं दक्षिणी भित्ति में
देवकुलिकाएँ। (ख) एक-एक पंक्ति । (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) संवत् 1210। (ङ) महासामन्त श्री उदयपाल देव के द्वारा निर्मापित और भेंट
की गयी एक मूर्ति की यहाँ स्थापना का विवरण। 49. (क) जैन मन्दिर संख्या 12 में एक फुट चार इंच ऊँची पद्मासन तीर्थंकर
मूर्ति । (ख) दो पंक्तियाँ । (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) संवत् 1105 । (ङ) अस्पष्ट। (क) जैन मन्दिर संख्या 12 में एक फुट साढ़े तीन इंच ऊँची पद्मासन तीर्थंकर मूर्ति । (ख) एक पंक्ति। (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) संवत्
1139 1 (ङ) यह मूर्ति माधवचन्द्र द्वारा स्थापित की गयी। 51. (क) जैन मन्दिर संख्या 12 में अजितनाथ की चार फुट साढ़े चार इंच
ऊँची कायोत्सर्ग मूर्ति । (ख) दो पंक्तियाँ। (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) सोमवार, आषाढ़ सुदी 5, संवत् 1176। (ङ) सोमती ने इस मूर्ति की
प्रतिष्ठा करायी। 52. (क) जैन मन्दिर संख्या 12 में आदिनाथ की दो फुट छह इंच ऊँची
कायोत्सर्ग मूर्ति। (ख) चार पंक्तियाँ । (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) संवत्
1201 । (ङ) आर्यिका मदन जिन्होंने इस मूर्ति की प्रतिष्ठा करायी। 53. (क) जैन मन्दिर संख्या 12 के महामण्डप में पृथक् रखा हुआ स्तम्भ ।
(ख) छह पंक्तियाँ। (ग) संस्कृत, देवनागरी। (घ) संवत् 1384 (?)।
(ङ) अस्पष्ट। 54. (क) जैन मन्दिर संख्या 12 के महामण्डप में पश्चिमी बहिर्भित्ति (जो अब
हटा दी गयी है) में से प्राप्त अभिलेख। (ख) चार पंक्तियाँ। (ग) संस्कृत,
देवनागरी। (घ) संवत् 1394 । (ङ) अस्पष्ट । 55. (क) उक्त बहिभित्ति से प्राप्त किन्तु सम्प्रति जैन धर्मशाला में सुरक्षित।
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परिशिष्ट :: 277
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