________________
संस्कृत-प्राकृतभाषामय अनेक जैन-ग्रन्थरत्नोना संशोधक अने प्रकाशक
तथा हिन्दी साहित्यना सारा सुलेखक व्याख्यानवाचस्पत्युपाध्याय
sabstantianity
000000000000
मुनिवर्य श्री यतीन्द्रविजयजी महाराज ।
जन्म १९४० लघुदीक्षा १९५४ बृहद्दीक्षा १९५५ उ०प० १९८० घवलपुर खाचरोद
आहोर
जावरा (बुदेलखंड) (मालवा) (मारवाड) (मालवा)
आनंद प्री.प्रेस-भावनगर,