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________________ हिन्दी के महावीर प्रबन्ध काव्यों का आलोचनात्मक अध्ययन २१. (क). तत्वार्थसूत्र : वाचक उमास्वाति प्रणीत, सं. कृष्णचन्द्र जैनागम दर्शनशास्त्री, बनारस : श्री पार्श्वनाथ विद्याश्रम. (ख) २२. २३. २४. २५. २६. २७. २८. (ग) तत्वार्थसूत्र : उमास्वाति विरचित सं. डॉ. मोहनलाल मेहता तिलोय - पण्णीत्ती (त्रिलोक - पज्ञप्ति) भा. १. वाराणसी: पार्श्वनाथ विश्राश्रम शोध संस्थान तत्वाधिगमसूत्र : उमास्वातिजी विरचित अनु. पं. शांतिलाल केशवलाल अहमदाबाद: पालडी, जैन मर्चन्ट सोसायटी, सं. २०४४, प्रथमावृत्ति, हिन्दी भाषा अनु. पं. बालचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री शोलापुर : जैन संस्कृति संस्करण संघ, १९४३, प्रथमावृत्ति तिलोयपण्णतह भाग - १ श्री यतिवृषभाचार्य शोलापुर : जैन संस्कृति संरक्षण संघ, १९५६, प्रथमावृत्ति. (क) त्रिषष्टीशलाकापुरूष चरित्र (ग) हेमचन्द्राचार्य, अहमदाबाद : अरिहंत प्रकाशन, सं. २०४१. नवीन आवृत्ति (ख) त्रिषष्टीश्लाकापुरूष चरित्र अनु. श्री कृष्णलाल वर्मा बम्बई : श्री गोडीजी जैन मंदिर ज्ञान समिति. त्रिषष्टीशलाकापुरूष चरित्र हेमचन्द्राचार्य भावनगर : श्री जैन धर्म प्रसारक सभा, १९२६, आ.३ Jain Education International दशवैकालिक सूत्र शय्यंभवसूरि, सं. अमरमुनि लाहौर: जैन शास्त्रमाला कार्यालय, १९४६, प्रथमावृत्ति २६३ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002766
Book TitleMahavira Prabandh Kavyo ka Adhyayana
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDivyagunashreeji
PublisherVichakshan Prakashan Trust
Publication Year1998
Total Pages292
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & History
File Size10 MB
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