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यईकरिसालापाडसालाहई मुजियऽपठरसालाहरइहरिखसहरसमुडियन णघडहासीउस
गजशाला और नाट्यशालागृह और प्रवरशालागृह खड़े कर दिये गये। दोनों ओर उत्कीर्ण काष्ठों से युक्त
अश्वशाला ऐसी मालूम होती थी मानो सुमुण्डित घटदासी हो।
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