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प्राकृत एवं जैनविद्या : शोध-सन्दर्भ
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268. सिंह, अशोक कुमार
प्रबन्धकोष का आलोचनात्मक अध्ययन
वाराणसी, 1988, अप्रकाशित 269. सिंह, देवेन्द्र
महाकविः अर्दद्दासविरचितस्य मुनिसुव्रतकाव्यस्य गवेषणात्मकमध्ययनम् (संस्कृत) सम्पूर्णानन्द, 2002, अप्रकाशित
नि०-- डा० फूलचंद प्रेमी, वाराणसी 270. सिंह, जितेन्द्र कुमार
वरांगचरित का आलोचनात्मक अध्ययन
वाराणसी (पार्श्वनाथ विद्याश्रम), 2001, अप्रकाशित 271. सिंह, पुष्पा
अमरचन्द्र सूरि कृत बालभारत : एक परिशीलन वाराणसी, 1996, अप्रकाशित
नि०- डा० पी० डी० सिंह, संस्कृत विभाग, बी० एच० यू०, वाराणसी 272. सिंह, मधूलिका
हेमचन्द्राचार्य कृत छन्दोऽनुशासन : एक अध्ययन
वाराणसी (पार्श्वनाथ विद्याश्रम), 2003, अप्रकाशित 273. सिंह, मिलाप
संस्कृत जैन चम्पू काव्यों का समीक्षात्मक अध्ययन आगरा, 1982, अप्रकाशित
274. Singh, Laxmishwar Prasad
A Study of the concept of sex in Indian thought and Jainism with special reference to the Madan Parajayacariu. Bihar, 1982, Unpublished.
275. सुधांशु
हम्मीर महाकाव्य : एक परिशीलन वाराणसी, 1991, अप्रकाशित नि०- डा० पी० डी० सिंह
276. सुमन कुमारी
असगकृत वर्धमान वरित : एक अध्ययन मेरठ, 1986, अप्रकाशित (टंकित. पृष्ठ 374) नि०- डा० जयकुमार जैन, मुजफ्फरनगर
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