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Bibliography of Prakrit and Jaina Research
नि०- डा० कैलाशचन्द जैन, सहारनपुर (उ०प्र०) अ०- विषय प्रवेश (1) महाकाव्य (2) कथावस्तु (3) एस एवं भाव की अभिव्यक्ति (4) कलापक्ष (5) अलंकार योजना (6) वस्तु-वर्णन (7) चरित्र-चित्रण (8) पूर्ववर्ती
महाकाव्य का द्विसंधान महाकाव्य पर प्रभाव (9) उपसंहार 113. अग्रवाल, संगीता (श्रीमती)
जैन चम्पू काव्यों का सांस्कृतिक विश्लेषण, मेरठ, 1990, अप्रकाशित (टंकित, पृष्ठ 272) नि०- डा० जयकुमार जैन, मुजफ्फरनगर (उ०प्र०) प्रवक्ता संस्कृत वि०, आर्य कन्या पाठशाला, डिग्री कालेज, हापुड़ (उ०प्र०) अ०- (1) विषय प्रवेश, (2) भौगोलिक विवरण, (3) सामाजिक जीवन, (4) राजनैतिक जीवन, (5) शिक्षा, कला एवं मनोरंजन, (6) धर्म और दर्शन,
(7) उपसंहार। 114. आशा कुमारी (श्रीमती)
श्री जिनपाल गणी प्रणीत सनत्कुमार चक्री चरित महाकाव्य- एक अध्ययन लखनऊ, 1992, अप्रकाशित नि०- डा० अशोक कुमार
114A.ओझा, दयानन्द
जयोदय महाकाव्य का आलोचनात्मक अध्ययन वाराणसी, ...., अप्रकाशित नि०- डा० जे० एस० एल० त्रिपाठी, डा० सागरमल जैन
115. ओम प्रकाश
दशरूपक और नाट्यदर्पण का तुलनात्मक अध्ययन हिमाचल, 1995, अप्रकाशित
नि०- डा० वीरेन्द्र कुमार मिश्र, संस्कृत विभाग, हिमाचल वि० वि०, शिमला 116. ओमवती देवी
रघुविलास नाटक एवं उसका कवि मेरठ, 1982, अप्रकाशित नि०- डा० देवीचन्द्र शर्मा
117.
Upadyay,A.M. The Kavyanushasana of Acharya Hemachandra- A Critical Study. Gujrat, 1987, Published. B/22, Krupa Apartments, Near Lavanya Society, Vasana, Ahemadabad-380007 (Gujrat)
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