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प्राकृत एवं जैनविद्या : शोध-सन्दर्भ
8. (स्व०) कर्मवीर भाउराव पाटिल
पुणे विद्यापीठ, पूना (महाराष्ट्र), 1959 (डा० कर्मवीर भाउराव पाटिल की स्मृति में भारत सरकार ने 9 मई 1988 को 60 पैसे मूल्य का डाक टिकट जारी किया था)
9. (स्व०) पण्डित सुखलाल संघवी
सरदार पटेल विश्वविद्यालय, विद्यानगर (गुजरात), 1967 10. डा० लक्ष्मीमल सिंघवी 11. (स्व०) पद्मश्री यशपाल जैन
कानपुर विश्वविद्यालय, कानपुर (उ०प्र०), 2001 12. (स्व०) साहू रमेशचंद जैन
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी (उ०प्र०), 2003
गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय, हरिद्वार (उत्तरांचल), 2004 13. श्री दीपचंद भाई गार्डी
सौराष्ट्र विश्वविद्यालय, राजकोट (गुजरात), 2004
"I was not able to do full justice the literary achievements of the Jainas. But I hope to have shown that the Jainas have contributed their full share to the religious, ethica and scientific literature of ancient India."
- Dr. Winternitz
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