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प्राकृत एवं जैनविद्या : शोध-सन्दर्भ
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981. पाटनी, इन्दुबाला
जैनाचार्य श्री कुन्थुसागर जी की संस्कृत साहित्य को देन
इन्दौर, 1988, अप्रकाशित 982. पोखरना, रश्मि (कुमारी)
. (लघु प्रबन्ध) कवि भूधरदास और पार्श्वपुराण इन्दौर, 1995, अप्रकाशित
नि०- डा० (श्रीमती) कमला जोशी, हिन्दी विभाग, इन्दौर वि० वि०, इन्दौर (म०प्र०) 983. बम्ब, मंजुला (श्रीमती)
त्रिलोक ऋषि और उनका युग राजस्थान, 1990, अप्रकाशित
नि०- डा० नरेन्द्र भानावत, जयपुर 984. बोरडिया, हीराबाई
जैन विदुषी तपस्विनियों का इतिहास इन्दौर, 1976, प्रकाशित 'जैनधर्म की प्रमुख साध्वियाँ और महिलायें' नाम से प्रकाशित प्रका०- पा० शो०, वाराणसी । प्रथम : 1999/50.00/16 + 318 अ०- (1) प्रागैतिहासिक काल की जैन साध्वियाँ एवं विदुषी महिलायें (2) तीर्थंकर महावीर के युग की जैन साध्वियाँ एवं विदुषी महिलायें (3) महावीरोत्तर जैन साध्वियाँ एवं महिलायें (4) प्रथम शताब्दी से सातवीं शताब्दी तक की जैन साध्वियाँ एवं विदुषी महिलायें (5) दक्षिण भारत की जैन साध्वियों एवं विदुषी महिलायें (6) आठवीं शताब्दी से लेकर पंद्रहवीं शताब्दी तक की जैन साध्वियाँ एवं विदुषी महिलायें, (7) सोलहवीं शताब्दी से लेकर अठारहवीं शताब्दी तक की जैन साध्वियों एवं विदुषी महिलायें, परिशिष्टि-- (1) समकालीन जैन साध्वियाँ,
परिशिष्टि- (2) वर्तमान जैन साध्वी समुदाय के आँकडे 985. भारिल्ल, हुकुमचन्द्र
पण्डित टोडरमल : व्यक्तित्व और कृतित्व इन्दौर, 1972, प्रकाशित नि०- डा० देवेन्द्र कुमार जैन, इन्दौर प्रका०- पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट, ए-4, बापूनगर, जयपुर-302015 प्रथम : 1984/11.00/35 + 308 अ०- (1) पूर्व धार्मिक व सामाजिक विचारधारायें और परिस्थितियाँ, (2) जीवन-वृत्त, (3) रचनायें और उनका वर्गीकरण, (4) वर्ण्य-विषय और दार्शनिक विचार, (5) गद्य-शैली, (6) भाषा, (7) उपसंहार, उपलब्धियाँ और मूल्यांकन।
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