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प्राकृत एवं जैनविद्या : शोध-सन्दर्भ
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प्रथम : 1974/20.00/16 + 243 अ०- (1) जैन सृष्टि विद्या (जैन सृष्टि दर्शन, लोक विभाग, काल विभाग) (2) बौद्ध सष्टि विद्या (परिचय, लोक निर्देश सवंर्त-विवर्त) (3) पौराणिक सृष्टिविद्या (दैवत संहिता, सर्ग संहिता, ब्रह्माण्ड संहिता) (4) विकासवाद एवं तुलनात्मक अध्ययन परिशिष्ट- 1- 3
935. जैन, प्रभा
वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में जैन दर्शन : चरणानुयोग के विशेष सन्दर्भ में, जबलपुर, 1998, अप्रकाशित
नि०- डा० के० के० चतुर्वेदी, रानी दुर्गावती वि० वि०, जबलपुर (म०प्र०) 936. Lishk, s.s.
Jaina Astronomy Patiyala, 1978, Published In Service Training college, Patiyala (Punjab) Pub. - Vidyasagar Publication, Delhi-110053 First : 1987/200.00/30+300 Chap.- (1) Sources of Jaina Astronomy (2) Units of Time, Legth and Graduation of Zodiacal circumference (3) Jaina Cosmography (4) The Science of Jaina sclotheries (5) Nation of Declination Implied in the Concept of Mandala (Diurnal circle) (6) The Jaina Calendr (7) Kinematics
of Venus (8)Notes on some Mi-Scellaneous Texts. 937. शर्मा, प्रेमलाल
भारतीयदर्शनेषु पुद्गलपरमाणुसिद्धान्तः (संस्कृत) संस्कृत संस्थान, ............. अप्रकाशित नि०- डा० शक्तिधर शर्मा, पटियाला
वैदिक रिसर्च इंस्टीट्यूट, पोस्ट ऑफिस, साधु आश्रम, होशियारपुर (पंजाब) 938. शर्मा, योगेन्द्र
(लघु प्रबन्ध) श्रीधराचार्य मेरठ, 1996, अप्रकाशित
नि०- प्रो० सुरेश चन्द्र अग्रवाल, मेरठ 939. साध्वी, ललिता
भारतीय दर्शन में परमाणुवाद (जैन दर्शन के विशेष सन्दर्भ में) इन्दौर, 1977, अप्रकाशित नि०- डा० एस० वर्मा, गवर्नमेण्ट्स कॉमर्स कॉलेज, इन्दौर (म०प्र०)
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