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________________ 96 Bibliography of Prakrit and Jaina Research 426. मेहता, मंगल प्रकाश हिन्दी साहित्य को जैन कवियों का योगदान वाराणसी, 1982, अप्रकाशित जैन विश्व भारती, लाडनूं (राज०) पिन-341306 427. यादव, मोहर सिंह आचार्य विद्यासागर जी के मूकमाटी महाकाव्य का आलोचनात्मक अध्ययन गुजरात, 1992, अप्रकाशित नि०- डा० शेखर चंद जैन 428. यादव, राम नरेश सिंह हिन्दी सन्त परम्परा के परिप्रेक्ष्य में आचार्य विद्यासागर के साहित्य का मूल्यांकन आगरा, 2002, अप्रकाशित नि०- डा० (कु०) मालती जैन, मैनपुरी (उ०प्र०) आटोपार्ट्स स्टोर, ज्योति टाकीज चौराहा, मैनपुरी (उ०प्र०) 429. रस्तौगी, पूनम (कु०) जैन धर्मावलम्बी हिन्दी उपन्यासकार लखनऊ, 1992, अप्रकाशित नि०- डा० रुद्रेन्द्र नाथ शर्मा 430. रामकुमार वीरेन्द्र जैन के साहित्य में आधुनिक युगबोध कुरुक्षेत्र, 2001, अप्रकाशित 431. राय, इन्द्र बीसवीं शताब्दी के हिन्दी जैन महाकाव्य लखनऊ, 1981, अप्रकाशित 432. रोटे, सुषमा गुणवन्त हिन्दी के महाकाव्यों में चित्रित भगवान् महावीर कोल्हापुर, ...... प्रकाशित प्रका०- भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली प्रथम : 2001/75.00/160 अ०- (1) भगवान् महावीर की जीवनी के स्रोत (2) आधुनिक हिन्दी महाकाव्यों में वर्णित महावीर चरित्र (3) भगवान महावीर का चरित्र-चित्रण, (4) भगवान् महावीर के चरित्र की प्रासंगिकता (5) उपसंहार। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002731
Book TitlePrakrit evam Jainvidya Shodh Sandarbha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKapurchand Jain
PublisherKailashchandra Jain Smruti Nyas
Publication Year2004
Total Pages244
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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