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पाठ - १२ पाठ - १३
१८९५
पाठ संख्या पाठ - १ पाठ -२
पाठ-३
पाठ - ४ पाठ-५ पाठ-६ पाठ-७ पाठ-८ पाठ -९ पाठ - १० पाठ - ११ पाठ - १२ पाठ- १३
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उत्तराध्ययन
१८९५ उत्तराध्ययन राजस्थान में प्राकृत-अपभ्रंश की पाण्डुलिपियाँ : परिचय पाण्डुलिपि का आधुनिक पद्धति में रूपान्तरण पाण्डुलिपि
पाण्डुलिपि संवत् भगवती आराधना
१५२१, १७६० भगवती आराधना
१५२१, १७६० अष्टपाहुड
१८०१ अष्टपाहुड
१८०१ अष्टपाहुड
१८०१ अष्टपाहुड दशवैकालिक
१८३७ कुम्मापुत्तचरियं
१८६९ कुम्मापुत्तचरियं
१८६९ कुम्मापुत्तरियं
१८६९ उत्तराध्ययन
१८९५ उत्तराध्ययन
१८९५ उत्तराध्ययन
१८९५
१८०१
प्राकृत-पाण्डुलिपि चयनिका
(VI)
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