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पाठ ७ दशवैकालिक
नारिवासनेकियंत्तरकरपिवळण दिष्ठिपठिसमाहरेषपाहत्यपाय पतिहिलेकशनासविगायियं अविवाससयंता बन्तयारिविवाएपद वित्त साचि संसगिा पणीसरस्वतीयो नरस्मतगवेसिम्म विसंतान चमकदा५७ अंगपखंगसंठाणेवामानवियपदिय प्रत्यीतातननिकाए भी कामरागविवाहणाराविसएसमा पेसनानिनिवेसए अतिमि छ
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प्राकृत-पाण्डुलिपि चयनिका
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